घूमने के लिए 10 best places in Himachal
10 best places Himachal : आज के इस लेख में हम बात करने जा रहे हैं Himachal's best 10 places की ।हिमाचल दुनिया भर में अपनी सुंदरता के लिए बहुत ही प्रशिद्ध है । यहाँ पर भारत से ही नहीं अपितु पूरी दुनिया से लोग घूमने के लिए आते हैं। तो अगर आप भी घूमने के शौक़ीन हैं तो ये लेख आपके लिए बहुत ही उपयोगी सावित होगा। इस लेख में हमने हिमाचल की कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में बताया है जिन्हे घूमने लोग दूर दूर से आते हैं।
Himachal में घूमने के लिए 10 best places
1. Manali
मनाली एक बहुत सुन्दर और आकर्षक जगह है। यहाँ लोग दूर दूर से घूमने आते हैं। मनाली को सप्तऋषि का घर बताया गया है । यहाँ बहुत पुराना हिडिंबा माता का प्रसिद्ध मंदिर भी हैं। यह मंदिर १५५३ में स्थापित हुआ था। सोलंग घाटी जो की मनाली के १३ कि.मी उतर पश्चिम में हे। मानीकरण कुल्लू से करीब ४५ कि.मी दूर मनाली जाने वाले रस्ते में स्थित हैं।
मनाली में जनसँख्यां का ९% भाग ६ वर्ष की आयु से कम हे यहाँ आबादी का ६४ % पुरुष और ३६ % महिलायें हैं। यहाँ आकड़ें के अनुसार रोजाना लगभग ५५० जोड़े हनीमून के लिए आते हैं। बाकि ३५० लोग रोज घूमने आते हे।
मनाली में जनसँख्यां का ९% भाग ६ वर्ष की आयु से कम हे यहाँ आबादी का ६४ % पुरुष और ३६ % महिलायें हैं। यहाँ आकड़ें के अनुसार रोजाना लगभग ५५० जोड़े हनीमून के लिए आते हैं। बाकि ३५० लोग रोज घूमने आते हे।
2. Shimla
शिमला हिमाचल की राजधानी हैं। शिमला एक बहुत बड़ा क्षेत्र हैं। यहाँ लोग बहुत एन्जॉय करते हैं। शिमला का नाम सुनकर लोग हिमाचल की वादियों को दिल में उतार लेते हैं। शिमला तो हर किसी की पहली पसंद हैं। घूमने के लिए शिमला में यदि आप स्नोफॉल देखने के लिए आना चाहते है तो आप नवम्बर से जनवरी तक कभी भी आ सकते है और यदि आप शिमला को एन्जॉय करना चाहते है तो आप मई से जुलाई के बीच में आ सकते हैं।
3. Kangra
काँगड़ा हिमाचल प्रदेश का ऐतिहासिक नगर हैं। इसका अधिकतर भाग पहाड़ी हैं। काँगड़ा खुद में एक देखने वाली जगह है जहाँ लोग अपने मनोरंजन के लिए और मंदिरो के दर्शन करने आते हैं।काँगड़ा में आप देख सकते है की यहाँ बहुत प्रसिद्ध मंदिर है जेसे बृजेश्वरी मंदिर, ज्वालामुखी मंदिर, चिंतपूर्णी मंदिर, मसरूर मंदिर और भाग्शु नाग मंदिर आदि ।काँगड़ा में ठण्ड बहुत होती है। काँगड़ा हिमाचल की सारी खूबसूरत घाटियों में से एक है। यहाँ गर्मी की ऋतु में लोग घूमने के लिए यह आते है। यहाँ लोग अपना रहना बसना बहुत आनंद पूर्वक करते है । यहाँ की पुरानी कथाओ के अनुसार यहाँ राजा महाराजाओ का आसरा हुआ करता था। इस काँगड़ा जिले में ना जाने कितनी लड़ाईयां हुईं और न जाने कितनो का खून बहाया इन सब को याद करके कांगड़ा फोर्ट यहाँ राजाओ की याद में बनाया गया ।
धर्मशाला एक स्मार्ट सिटी है। यहाँ स्कूल, कॉलेज, क्रिकेट स्टेडियम , लाइब्ररेरी और छावनी बोर्ड है। यहाँ घूमने के लिए मेकलोडगंज, इंद्रुनाग मंदिर, कुणाल पथरी मंदिर, तपोवन विधान सभा आदि है। धर्मशाला में तिब्बतियों का केन्दीय प्रशासन है। तभी यहाँ धर्मशाला में तिब्ब्ती सरकार भी बनी हुई है। धर्मशाला से आप पालमपुर घूमने जा सकते है जैसे टी गार्डन , जिया मोनेस्ट्री जैसे घूमने की और भी बहुत सी जगह है ।
धर्मशाला भारत का एक प्रमुख धार्मिक स्थान है ।धर्मशाला में आप अपने पुरे परिवार के साथ घूमने का आनंद उठा सकते है। जैसे क्रिकेट स्टेडियम ,वॉर मेमोरियल, डल लेक, तिरिययून्ड, नामग्याल मोनेस्ट्री ,दलाईलामा मंदिर, काँगड़ा आर्ट म्यूजियम है। जहाँ आप अपना पूरा दिन व्यतीत कर सकते है । धर्मशाला घूमने का तो वैसे कोई समय नई होता वैसे आप धर्मशाला को ज्यादा नजदीकी से जाना चाहते है तो वसंत और शुरुवाती गर्मियों में आ सकते है ।
धर्मशाला भारत का एक प्रमुख धार्मिक स्थान है ।धर्मशाला में आप अपने पुरे परिवार के साथ घूमने का आनंद उठा सकते है। जैसे क्रिकेट स्टेडियम ,वॉर मेमोरियल, डल लेक, तिरिययून्ड, नामग्याल मोनेस्ट्री ,दलाईलामा मंदिर, काँगड़ा आर्ट म्यूजियम है। जहाँ आप अपना पूरा दिन व्यतीत कर सकते है । धर्मशाला घूमने का तो वैसे कोई समय नई होता वैसे आप धर्मशाला को ज्यादा नजदीकी से जाना चाहते है तो वसंत और शुरुवाती गर्मियों में आ सकते है ।
5. Kullu
कुल्लू हिमाचल की खूबसूरत जगहों में से एक है। कुल्लू की स्थापना विहंगम पाल ने की थी। एक नवम्बर,१९६६ को कुल्लू को हिमाचल में मिलाया गया और कुल्लू को हिमाचल का जिला बनाया गया ।कुल्लू हिमाचल का सबसे कम आबाद वाला जिला है। कुल्लू अपने दशहरे के लिए फेमस है क्योकि यहा रघुनाथ की यात्रा निकली जाती है। कुल्लू दशहरा ७ दिन तक चलता है यहाँ स्पोर्ट्स एडवेंचर्स के लिए भी मशहूर है यहाँ विष्णु ,त्रिपुरा सुंदरी और भगवान कृष्ण के प्राचीन मंदिर भी है। कुल्लू व्यास नदी के किनारे स्थित है। इसे सिल्वर वेल्ली के नाम भी जाना जाता है ।
चम्बा भारत का प्रांत नगर है। चम्बा अपने रमणीय मंदिरो और हेंडीक्राफ्ट के लिए सर्वविख्यात है।चम्बा मैं खज्जियार बहुत प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। चम्बा धार्मिक स्थानों के लिए प्रसिद्ध है।चम्बा का नाम साहिल वर्मन ने अपनी पुत्री के नाम पर रखा था ।चम्बा में प्राचीन काल की पुरानी निशानिया रखी गयी है। चम्बा की परियोजनाएं १. चमेरा जल विद्युत परियोजना २. होली पन -विद्युत परियोजना ३. भरमौर परियोजना अनुसूचित जनजातियों की संख्या सबसे ज्यादा चम्बा में पायी जाती है। चम्बा में ८४ मंदिरो का समूह है। चम्बा शहर रावी नदी के किनारे बसा हुआ है। सेंट जोहन्स चर्च १८५३ में बना जो हिमाचल का सबसे पुराना चर्च है। चम्बा रियासत की पहली राजधानी बहरमपुर और वर्तमान में भरमौर बनाया गया है।
हमीरपुर हिमाचल का प्रांत शहर है। हिमाचल की निचली पहड़ियो पर स्थित है। माना जाता है। यह ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है। कटोच वंश के प्रथम शासक हमीरचंद के नाम पर हमीरपुर रखा गया ।१नवम्बर १९६६ तक हमीरपुर पंजाब का हिस्सा था और काँगड़ा जिल्ला का तहसील था १नवम्बर १९६६ को काँगड़ा हिमाचल प्रदेश में मिलाया गया हमीरपुर बाकि जगहों के मुकाबले कम ठण्ड वाली जगह है। आप यहाँ एयरपोर्ट बस से और हर तरह की वाहन से आना सुविधा है ।शिमला -धर्मशाला में स्थित हमीरपुर टाउन यहाँ का जिला मुख्यालय है। यहाँ की साक्षरता -८९.०१% है सुजानपुर टीहरा में हिमाचल प्रदेश का एक मात्र सेनिक स्कूल है। ताल मेंभेड़ प्रजनन केंद्र है ।
बिलासपुर को पहले कहलूर रियासत के नाम से जाना जाता था ।केहलूर की स्थापना चंदेल राजपूत बीरचंद ने की जो शिशुपाल का वंशंज है । सवांग बिलासपुर का प्रमुख नाटक है ।बिलासपुर के अंतिम शासक आनंद चाँद थे बिलासपुर को हिमाचल में मिला के इसको पांचवा जिला बनाया गया ।बिलासपुर क्षेत्रफल के आधार पर हिमाचल का सबसे छोटा जिला है। धार्मिक स्थल व् मेले -१ नेन्ना देवी २. शहतलायी ३ गुग्गा भटेड़ ४ बिलासपुर में गोपाल जी और रंगनाथ का मंदिर है ५. मारकण्डा मेला अप्रैल महीने में बिलासपुर में लगता है ६ नलवाड़ी मेला ।
स्थान -: 1. रघुनाथपुरा में बिरोजा फैक्टरी है।
स्थान -: 1. रघुनाथपुरा में बिरोजा फैक्टरी है।
2. स्वारघाट में पशु रोग नियंतरण कक्ष स्थित है।
3. कोठीपुरा में पशु प्रजन्न केंद्र है।
4. देओली में एशिया का सबसे बड़ा मछली पालन केंद्र है।
सिरमौर का मुख्यालय नहान में है। सिरमौर के प्राचीनतम निवासी कुलिंद थे । गजेटियर;-१९३४ के अनुसार सिरमौर की स्थापना शोभा रावल जिसे शुभश के नाम से जाना जाता था ११९५ में की थी उसने राजबन को सिरमौर रियासत की राजधानी बनाया राजा अमर प्रकाश ने १९२७ में महीमा लाइब्ररेरी बनवायी जो हिमाचल की सबसे पुरानी लाइब्ररेरी है। राजा राजेंदर सिरमौर का अंतिम शासक था १५ अप्रैल १९४८ को सिरमौर हिमाचल प्रदेश के ४जिलो में से एक बने ।
सीमेंट फैक्ट्री -रजबन में सी सी आई सीमेंट फैक्टरी है।
सीमेंट फैक्ट्री -रजबन में सी सी आई सीमेंट फैक्टरी है।
लोकनाट्य -स्वांग व् करयाला सिरमौर के प्रमुख लोकनाट्य है।
चूड़धार सिरमौर को सबसे ऊंची चोटी है यह ३६४७ मीटर है।
वन जीव विहार रेणुका सिंबलवाड़ा।
झील -रेणुका झील हिमाचल प्रदेश की सबसे प्राकर्तिक झील है।
विश्कर्मा मंदिर -हिमाचल प्रदेश का एक मात्र विश्वकर्मा मंदिर पोंटा साहिब में स्थित है ।
10. Dalhousie
यहा आप सकून भरी छुट्टिया व्यतीत कर सकते है डलहोजी कई रास्तो से जुडी हुई है डलहौजी हिमाचल के पांच पहाड़ियों से मिलके बना है ।
डलहौजी में घूमने वाली ख़ास जगह :-
1. खजियार
२. सतधारा झरना
३. स्थल पंचपुला
४. कलाटॉप खजियार
५. स्थल चामुंडा मंदिर
6. सुभाषबावली मंदिर
डलहौजी जाने का सबसे अच्छा समय मार्च और अप्रैल के महीनो में बर्फ पिघलना शुरू हो जाती यहाँ घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च और जून है जून के महीने में यह का तापमान बढ़ने लगता है। डलहौजी पहोचने के लिए बहुत सी सुविधाएं है जैसे जहाज, बसे और खुद की कार या और भी कुछ वाहन सुविधाएं उपलबध है। डलहौजी विदेशियों की बहुत पसंदीदा जगह है। वह गर्मियों के समय मे यही ज्यादा दिन व्यतीत करते है। हिमाचल घूमने आये और डलहौजी न जाओ ऐसा नहीं हो सकता डलहौजी बहुत शानदार जगह है।
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