नेटवर्क आठ साल पहले शुरू किया था मास्टर माइंड ने
Dharamshala: पुलिस भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े के मास्टर माइंड ने आठ साल पहले अपना नेटवर्क शुरू किया था। यही नहीं आरोपी खुद भी दूसरे अभ्यार्थी की जगह परीक्षा दे चुका है। यह खुलासा स्वयं मास्टर माइंड विक्रम चौधरी ने पुलिस पूछताछ में किया है।
आरोपी के बयान के आधार पर पुलिस द्वारा अब ऐसे अभ्यार्थियों की लिस्ट तैयार कर आगामी जांच की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले के मास्टर माइंड विक्रम चौधरी ने कबूला है कि उसने हिमाचल में वर्ष 2012 में अपना नेटवर्क शुरू किया था।
इस दौरान हुई पुलिस विभाग से संबंधित लिखित परीक्षा में वह स्वयं दूसरे अभ्यार्थी के स्थान पर परीक्षा देने के लिए बैठा था, जिसमें उसने बेहतर प्रदर्शन करते हुए अभ्यार्थी का नाम मैरिट सूची में शामिल करवाया था। इतना ही नहीं आरोपी ने यह भी कबूल किया है कि उसके हरियाणा के साथियों के तार अन्य भर्ती एजेंसियों से भी जुड़े हैं।
इनमें से एक साथी की जबलपुर में परीक्षा के दौरान गिरफ्तारी भी हुई थी। गौरतलब है कि पिछले वर्ष हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा फर्जीवाड़े के मास्टर माइंड ने कुछ दिन पहले ही एसपी के समक्ष आत्म समर्पण किया है।
पुलिस पूछताछ में आरोपी द्वारा कई अहम खुलासे किए जा रहे हैं, जिससे इसके माध्यम से नौकरी हासिल करने वालों की सांसें फूलना शुरू हो गई हैं। उधर, एसपी जिला कांगड़ा विमुक्त रंजन ने कहा कि आरोपी से पूछताछ जारी है, शिनाख्त के आधार पर मामले की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा है।
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