Chamba: पुलिस थाना तीसा के द्वारा उड़ाई गई पोक्सो अधिनियम की धज्जियां
Chamba: किसके पास मदद की गुहार लगाई जाए जब पुलिस ही गुनाह को छुपाने की कोशिश करती है। बात चम्बा जिला के चुराह क्षेत्र की एक 15 वर्षीय नाबालिक लड़की की है जिसके साथ लगातार 18 दिनों तक एक युवक द्वारा यौन शोषण किया गया। 29 दिसंबर 2019 के दिन ये युवक लड़की को बहला फुसला कर अपने साथ ले गया। जब उसके घर बालो ने उसको तलाशा तो उसका कहीं कुछ पता नही चला। उसके बाद 30 दिसंबर को पुलिस चोकी नकरोड़ में लड़की की तलाश के लिए सूचना दी गई।
पुलिस ने लड़की को हर जगह तलाशा पर उसका कहीं कुछ पता नही चला तो 5 जनवरी 2020 को इस केस के संबंध में एफ आई आर दर्ज की गई। पुलिस ने तलाश जारी रखी तो 13 जनवरी 2020 को पुलिस द्वारा लड़की को बरामद कर लिया गया। 14 जनवरी 2020 को लड़की को तीसा कोर्ट में बयान के लिए ले जाया गया जहाँ महिला कॉन्स्टेबल, युवक ओर युवक के पिता ने लड़की को डरा धमका ओर जान से मारने की धमकी दे कर उसके बयान बदलवा दिए। जबकि सच्चाई कुछ और ही थीं।
पीड़ित लड़की ने बताया कि 29 दिसंबर 2019 को युवक उसको बहला फुसला कर अपने साथ ले गया और उसके साथ 18 दिनों तक दुष्कर्म करता रहा। पीड़िता ने बताया कि उसे धोखे से दवाइयां भी खिलाई गई। लड़की ने बताया कि जब उसे बयान के लिए कोर्ट ले जाया गया तो महिला कांस्टेबल, युवक ओर युवक के पिता ने इसे जान से मारने की धमकी दी। जिस बजह से उसने बयान में कहा कि वो अपनी मासी के घर गई थी ओर उसका मेडिकल भी नही करवाने दिया ओर घर भेज दिया।
चाइल्डलाइन समन्वयक कपिल शर्मा ने बताया कि जब ये सूचना चाइल्ड लाइन कार्यालय में आई तो उन्होंने पूरी शिनाख्त की उन्होंने कहा कि जब लड़की मिली तो उसके घर से लड़की के चाचा को बुलाया गया जब लड़की के चाचा ने उसको पहचान लिया ओर फिर चाचा को घर भेज दिया गया ओर लडक़ी को कोर्ट ले जाया गया जहा पर एक महिला कांस्टेबल उसके साथ ही रही और उससे 164 के बयान दिलवाए। लड़की ने डर के दबाब में आ कर गलत बयान कोर्ट में दे दिया। कुल मिलाकर पोक्सो अधिनियम की तीसा पुलिस ने धज्जियां उड़ाई है।समन्वयक कपिल ने पुलिस अधीक्षक डॉ मोनिका से इस मामले की छानबीन की गुहार लगाई है ताकि पीड़िता को इन्साफ दिलावाया जा सके।
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