Sirmour: 9 किलोमीटर पैदल बर्फ में चलकर मरीज को कंधों पर उठाकर पहुंचाया अस्पताल
Sirmour: सिरमौर जिले में गिरिपार क्षेत्र में हुई बर्फबारी लोगों को दुश्वारियां लेकर आई हैं। वह भी तब जब चार दिन बीत जाने के बाद भी क्षेत्र की अधिकतर सड़कें बहाल नहीं हो पाई हैं। क्षेत्र में बिजली, सड़क सुविधा सुचारू नहीं हो पाई है। ऐसे में क्षेत्र में खासकर बीमार लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसा ही एक वाक्या गिरिपार क्षेत्र की गेहल पंचायत के डिमाइना गांव में सामने आया। गांव के एक 36 वर्षीय हरि चंद नेगी को हार्ट अटैक हुआ। मार्ग बंद होने के कारण परिजन व स्थानीय लोग उसे कंधे पर उठाकर करीब 9 किलोमीटर पैदल चलकर हरिपुरधार पीएचसी पहुंचे। यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद हालत नाजुक होने के चलते उसे आईजीएमसी शिमला रैफर किया गया। मगर यहां एंबुलेंस न होने के कारण उसे जेसीबी में आगामी गंतव्य तक पहुंचाया गया।
बता दें कि सिरमौर जिले में हुई भारी बर्फबारी और बारिश से जन जीवन अस्त- व्यस्त हो गया था, जोकि चार दिन बीत जाने के बाद भी पटरी पर नहीं लौटा है। वहीं अभी तक कुछ मुख्य मार्गों को छोड़कर बाकी सभी बर्फ के चलते अवरुद्ध पड़े हैं। ऐसे में लोक निर्माण विभाग और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी लोग रोष व्यक्त कर रहे हैं। हालांकि लोक निर्माण विभाग युद्ध स्तर पर इन मार्गों को सुचारू करने में डटा है। अकेले संगड़ाह मंडल में करीब दर्जन भर जेसीबी मार्गों को खोलने में लगी हुई हैं।
वहीं गिरिपार व इसके आसपास के क्षेत्रों में विद्युत और पेयजल व्यवस्थ का बुरा हाल है। क्षेत्र में पिछले चार दिनों से ब्लैक आउट है। बर्फबारी के चलते कई जगह बिजली के पोल व लाइन टूटी पड़ी है। ऐसे में लोगों को दिनचर्या के जीवन यापन में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। लोगों के लिए पशु चारे की भी भारी किल्लत हो गई है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन, विद्युत और लोक निर्माण विभाग के पदाधिकारियों से क्षेत्र में सड़कें और विद्युत आपूर्ति जल्द बहाल करने की मांग की है।
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