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Una: कफन में लिपटी पोते की लाश लेकर 3 जिलों में घुमाया दादा, जानिए क्या है वजह

grandfather rotate in 3 districts with the body of grandson wrapped in shroud

ऊना : कफन में लिपटी 22 वर्षीय पोते की लाश को लेकर दादा बारिश में 3 जिलों में घूम रहा है। ऐसा इसलिए कि पुलिस कार्रवाई के लिए उसके पोते के शव का पोस्टमार्टम हो सके। अपने अन्य रिश्तेदारों के साथ दादा पोते की लाश को लेकर ऊना, हमीरपुर और अब कांगड़ा की ठोकरें खा रहा है। अब हालात यह हैं कि स्वास्थ्य विभाग ऊना, मैडीकल कॉलेज हमीरपुर और ऊना पुलिस एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। ऐसा वाकया पहली बार सामने नहीं आया है बल्कि इससे पहले भी एक शव को ऊना से हमीरपुर और फिर कांगड़ा तक घुमाया जा चुका है।

नशा निवारण केंद्र में हुई थी मौत
मामला ऊना में एक नशा निवारण केंद्र में हुई लुधियाना के सेखोवाल निवासी 22 वर्षीय किशोर साजन की मौत से जुड़ा है। वीरवार दोपहर को साजन की मौत हो गई थी, जिसके बाद पुलिस ने शव को ऊना अस्पताल की मॉचर्री में रख दिया था। शुक्रवार सुबह पुलिस पोस्टमार्टम करवाने के लिए गई तो ऊना में इस शव का पोस्टमार्टम न करके हमीरपुर मैडीकल कॉलेज में शव ले जाने का लैटर पुलिस के हवाले कर दिया गया।

हमीरपुर से टांडा मैडीकल कॉलेज भेज दिया शव
पुलिस टीम जब बारिश के बीच शव को लेकर हमीरपुर के मैडीकल कॉलेज पहुंच गई। मैडीकल कॉलेज प्रबंधन ने यह कहते हुए इंकार कर दिया कि उनके पास एक ही फोरैंसिक एक्सपर्ट है और वह यहां नहीं है। साथ ही यहां शवगृह की भी व्यवस्था नहीं है। हमीरपुर से कांगड़ा स्थित टांडा मैडीकल कॉलेज शव को ले जाने का फरमान सुना दिया गया। अब पुलिस और मृतक के परिजन शव लेकर कांगड़ा गए हैं ताकि शव का पोस्टमार्टम हो सके।

ऊना से गलत तरीकों से रैफर किए जाते हैं शव
हमीरपुर मैडीकल कॉलेज के एमएस डॉ. अनिल वर्मा का कहना है कि ऊना से गलत तरीके से शवों को हमीरपुर रैफर किया जाता है। इससे पहले भी एक शव को पोस्टमार्टम के लिए रैफर किया गया था। इस संबंध में स्पष्ट तौर पर निर्देश हैं कि फोरैंसिक एक्स्पर्ट से पोस्टमार्टम के लिए शवों को टांडा मैडीकल कॉलेज भेजा जाएगा। सीएमओ ऊना को इस संबंध में लैटर की कॉपी भेजी गई है और दोबारा हमीरपुर शव न भेजने को कहा गया है। हमीरपुर में केवल एक ही फोरैंसिक एक्सपर्ट है जबकि वह भी यहां नहीं थे।

क्या कहते हैं सीएमओ ऊना
सीएमओ ऊना डॉ. रमन कुमार शर्मा का कहना है कि पुलिस ने टीम ऑफ फोरैंसिक एक्सपर्ट से पोस्टमार्टम करवाने की मांग की थी, जिसके चलते हमीरपुर को शव भेजा गया था। पूर्व में टांडा मैडीकल कॉलेज से एक पत्र आया था, जिसमें लिखा था कि नजदीकी मैडीकल कॉलेज में शवों का पोस्टमार्टम करवाया जा सकता है। अब हमीरपुर से पत्र आया है तो अब सीधे टांडा ही शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाएंगे।

क्या कहती है पुलिस
एसएचओ सदर दर्शन सिंह के मुताबिक पुलिस द्वारा इस मामले में फोरैंसिक एक्सपर्ट से पोस्टमार्टम करवाने की कोई मांग नहीं की गई थी। सिर्फ इतना कहा गया था कि मौत के कारणों का पता लगाए जाए और यदि ऐसा नहीं हो पाता है तो विसरा पुलिस के हवाले किया जाए।

कौन सच्चा और कौन झूठा, जांच का विषय
बहरहाल कौन सच्चा और कौन झूठा यह तो जांच का विषय है लेकिन एक शव को केवल पोस्टमार्टम के लिए भरी बरसात के बीच 3 जिलों में घुमाने से मानवता शर्मसार हुई है। जिस परिवार ने अपना सदस्य खोया है उस पर क्या बीत रही होगी इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

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