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.आपातकाल पर घेर रही भाजपा को ‘जय संविधान’

 

राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने ली लोकसभा की सदस्यता की शपथ, संविधान की कॉपी हाथ में लेकर दिया संदेश


साल 1975 में 25 जून को देश में आपातकाल लगाए जाने को लेकर भाजपा लगातार कांग्रेस को घेर रही है। बीजेपी नेताओं ने 25 जून, 1975 के दिन को ‘काला दिवस’ करार दिया है। इस बीच, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को भाजपा को ‘जय संविधान’ का संदेश दिया। वहीं हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सांसद पद की शपथ लेने के दौरान जय फिलिस्तीन का नारा लगाकर विवाद खड़ा कर दिया है। दरअसल, संसद सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन था। मंगलवार को भी नवनिर्वाचित और फिर से चुनकर आए सांसदों ने शपथ ली। इस दौरान राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने लोकसभा की सदस्यता की शपथ ली। खास बात यह रही कि इस दौरान दोनों अपने हाथों में संविधान की कॉपी लिए हुए थे। राहुल गांधी ने अंग्रेजी भाषा में शपथ ली। शपथ के बाद उन्होंने ‘जय हिंद, जय संविधान’ का नारा भी लगाया। शपथ के लिए जब राहुल गांधी का नाम पुकारा गया, तो कांग्रेस के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और ‘जोड़ो जोड़ो, भारत जोड़ो’ के नारे लगाने लगे। उनके शपथ लेने के बाद भी कांग्रेस सदस्यों ने ‘जोड़ो जोड़ो, भारत जोड़ो’ के नारे लगाए।

बता दें कि राहुल गांधी ने 2022 में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और इस साल की शुरुआत में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ निकाली थी। वहीं अखिलेश यादव ने भी शपथ लेते समय अपने हाथ में संविधान की कॉपी ले रखी थी। अखिलेश यादव के अलावा उनकी पत्नी और मैनपुरी से सपा सांसद डिंपल यादव ने शपथ ली। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ ही मुजफ्फरनगर से सपा सांसद महेंद्र मलिक, कैराना से पार्टी सांसद इकरा चौधरी, फिरोजाबाद से पार्टी के लोकसभा सदस्य अक्षय यादव, बदायूं से सांसद आदित्य यादव और सपा के कई अन्य सांसदों ने शपथ ली। उधर, ओवैसी के शपथ ग्रहण को लेकर नया विवाद छिड़ गया है। मंगलवार को लोकसभा के सदस्य रूप के लिए शपथ लेने के लिए प्रोटेम स्पीकर ने ओवैसी को बुलाया। ओवैसी ने शपथ से पहले बिस्मिल्लाह पढ़ा। इसके बाद उन्हें उर्दू में शपथ ली। शपथ लेने के बाद जाते- जाते उन्होंने ‘जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना और जय फिलिस्तीन’ का नारा लगाया। इसके अलावा उन्होंने ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा भी लगाया।

ओवैसी के जय फिलिस्तीन वाले नारे पर सियासत शुरू हो गई। इसके बाद सभापति ने इसे रिकॉर्ड से हटा दिया। वहीं जब ओवैसी से पूछा गया कि आपने जो नारा दिया उसका विरोध हो रहा है, इस पर उन्होंने जवाब दिया कि किसने क्या कहा क्या नहीं कहा, सब कुछ आपके सामने है। मैंने सिर्फ इतना कहा कि जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन… साथ ही कहा कि सबने क्या-क्या कहा वे भी सुनिए।

ओवैसी ने कहा कि यह कैसे खिलाफ है, संविधान में प्रावधान दिखाएं। ओवैसी के ‘जय फिलिस्तीन’ नारे का बीजेपी ने विरोध किया है। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि ओवैसी ने संसद में जय फिलिस्तीन का जो नारा दिया है वह बिलकुल गलत है। यह सदन के नियम के खिलाफ है। ये भारत में रहकर भारत माता को जय नहीं बोलते… लोगों को समझना चाहिए कि ये देश में रहकर असंवैधानिक कार्य करते हैं।

बालासाहेब ठाकरे का जिक्र करने पर स्पीकर ने टोका

महाराष्ट्र के हिंगोली से निर्वाचित उद्धव गुट वाली शिवसेना के सांसद नागेश बापूराव पाटिल आष्टिकर ने मंगलवार को लोकसभा की सदस्यता की शपथ ली। वह जब शपथ ले रहे थे, तो प्रोटेम स्पीकर की ओर से उन्हें टोकना पड़ गया। दरअसल1 8वीं लोकसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन जब शपथ लेने के लिए आष्टिकर का नाम पुकारा गया, तो उन्होंने पोडियम पर पहुंचकर अपना नाम लेने के बाद ‘हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब जी ठाकरे’ का उल्लेख करते हुए शपथ पढऩी शुरू की। इस पर सभा की अध्यक्षता कर रहे महताब ने उन्हें टोका और कहा कि ‘सुनिए…ऐसा नहीं करना है। जो (शपथ पत्र) रखा गया है, मराठी में है, वही पढि़ए।’ फिर आष्टिकर ने लोकसभा सचिवालय द्वारा पोडियम पर रखे गए शपथ पत्र को पढ़ा।

शपथ के साथ भाजपा सांसद का जय मोदी

लोकसभा में मंगलवार को भी नवनिर्वाचित सांसदों का शपथ ग्रहण समारोह जारी रहा। इस दौरान गाजियाबाद लोकसभा सीट से चुने गए भाजपा के सांसद अतुल गर्ग ने जय मोदी का भी नारा लगाया। उन्होंने शपथ के बाद जनसंघ और भाजपा नेताओं की जय बोली और पीएम नरेंद्र मोदी का भी नाम लिया। अतुल गर्ग ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी जिंदाबाद, दीनदयाल उपाध्याय जिंदाबाद, अटल बिहारी वाजपेयी जिंदाबाद, नरेंद्र मोदी जिंदाबादा। इसके बाद वह जब मंच से जाने लगे तो इस दौरान राहुल गांधी समेत कई विपक्षी सांसदों ने ऐतराज जताया। इस पर अतुल गर्ग आधे रास्ते से लौट आए और फिर डा. हेडगेवार जिंदाबाद बोलकर लौटे। दरअसल डा. हेडगेवार आरएसएस के संस्थापक थे।

संसद में सांसदों का गजब अंदाज

रामायण के राम का ‘जय श्रीराम’
रामायण धारावाहिक में राम की भूमिका निभाने वाले मेरठ संसदीय सीट से चुनकर आए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अरुण गोविल ने संस्कृत में शपथ ली और शपथ ग्रहण के बाद जय श्रीराम का नारा भी लगाया।

पहले राधे-राधे, अंत में जय कृष्ण-जय राधा रानी
मथुरा से भाजपा के टिकट पर निर्वाचित मशहूर अभिनेत्री हेमा मालिनी ने शपथ लेने से पहले राधे-राधे का जयघोष किया और अंत में जय कृष्ण जय राधा रानी का नारा लगाया।

राजकुमार रोत ने प्रकृति और पूर्वजों की शपथ ली
बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से भारत आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत आदिवासी वेशभूषा में संसद पहुंचे। वे ऊंट पर सवार होकर संसद भवन की ओर रवाना हुए तो मीडियाकर्मियों की भीड़ लग गई। रोत ने ईश्वर की शपथ लेने के बजाय संविधान, प्रकृति और पूर्वजों की शपथ ली।

दुष्यंत सिंह ने पीतांबरा माई की जय बोली
झालावाड़ बारां लोकसभा लगातार पांचवीं बार सांसद बनने वाले दुष्यंत सिंह ने शपथ ग्रहण के बाद मध्य्प्रदेश के दतिया स्थित पीतांबरा माई, राजस्थान और झालावाड़-बारां के जयकारे लगाए। दुष्यंत सिंह राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे हैं।

हनुमान बेनीवाल ने वीर तेजाजी का जयकारा लगाया
नागौर लोकसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल अपने देशी लुक में संसद भवन पहुंचे। वह राजस्थान का ट्रेडिशनल लुक वाला जोधपुर लहरिया साफा पहनकर आए थे। अपने पद ग्रहण के लिए ईश्वर की शपथ लेने के बाद उन्होंने लोक देवता वीर तेजाजी महाराज का जयकारा लगाया।

संस्कृत में शपथ
उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर सीट से चुनकर आए डा. महेश शर्मा ने संस्कृत में शपथ ली। उन्नाव से निर्वाचित साक्षी महाराज ने भी संस्कृत में शपथ ली। उदयपुर लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के सांसद मन्नालाल रावत ने संस्कृत में शपथ ली। उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा है।

नीले कपड़े पहन पहुंचे चंद्रशेखर
नगीना से चुनकर आए चंद्र शेखर ने शपथ लेते समय संविधान की बड़ी प्रति हाथ में रखी हुई थी, जिसका आवरण नीले रंग का था। उन्होंने वस्त्र भी नीले ही पहने थे। उधर, सीकर लोकसभा क्षेत्र से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) के सांसद अमराराम सफेद कलर की धोती और कुर्ते में संसद भवन पहुंचे। अमूमन वे सफेद कलर की धोती कुर्ते में ही रहते हैं। शपथ ग्रहण के दौरान अमराराम संविधान की किताब साथ लेकर गए।

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