नीट पेपर लीक केस में CBI एक्शन में, दर्ज की FIR
जांच के लिए पटना और गोधरा भेजे जाएंगे केंद्रीय जांच एजेंसी के विशेष दल
नीट यूजी का पेपर नई नवेली केंद्र सरकार के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। पहले नीट यूजी के पेपर के लीक होने की बातें सामने आई फिर उसके बाद लगातार उस पेपर की प्रक्रिया में हुई अनियमितताएं सामने आ रही हैं। शनिवार को नीट पीजी के पेपर को भी रद्द कर दिया गया, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि एनटीए में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इसी बीच रविवार को सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में शिक्षा मंत्रालय की शिकायत के बाद रेगुलर केस दर्ज कर लिया है। सीबीआई ने आईपीसी की धारा 420 धोखाधड़ी और 120बी यानी साजिश करने की एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। केंद्र सरकार ने शनिवार को ही सीबीआई को इस मामले की जांच सौंपी थी। केंद्रीय जांच ब्यूरो का कहना है कि मामले की जांच के लिए सीबीआई ने विशेष टीमों का गठन किया है। ये टीमें बिहार के पटना और गुजरात के गोधरा भेजी जा रही हैं।
दरअसल पटना और गोधरा में स्थानीय पुलिस ने कई मामले दर्ज किए हैं। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने यह एक अलग केस दर्ज किया है। बिहार और गुजरात वाले केस को टेकओवर नहीं किया गया है। इन दोनों राज्यों की पुलिस अभी अपने लेवल पर जांच और गिरफ्तारियां कर रही है। सीबीआई को अपने केस में जब जरूरत पड़ेगी, तब बिहार और गुजरात पुलिस से संपर्क साधा जाएगा। दोनों राज्यों की पुलिस के कंसेंट के बाद और जब जरूरत पड़ेगी, तो उनके केस को टेकओवर और केस डायरी ली जा सकती है। इससे पहले यूजीसी नेट मामले में भी शिक्षा मंत्रालय की शिकायत के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ सीबीआई धोखाधड़ी और साजिश की धाराओं में रेगुलर केस दर्ज कर जांच शुरू कर चुकी है। सीबीआई की दिल्ली युनिट इस पूरे मामले की जांच करेगी।
रिएग्जाम को 1563 में से 750 छात्र नहीं पहुंचे
नीट परीक्षा के रिजल्ट में ग्रेस माक्र्स पाने वाले 1563 कैंडिडेट्स के लिए रविवार को रिएग्जाम हुआ। 1563 में से कुल 813 उम्मीदवार ही एग्जाम में शामिल हुए। 750 कैंडिडेट्स एग्जाम देने नहीं पहुंचे। चंडीगढ़ में सिर्फ दो कैंडिडेट्स के लिए एग्जाम सेंटर बनाया गया था, लेकिन दोनों ही परीक्षा देने नहीं पहुंचे।
नेट पेपर लीक की जांच को बिहार पहुंची सीबीआई टीम से मारपीट
पटना। यूजीसी नेट पेपर लीक मामले में बिहार के नवादा जिला के कसियाडीह गांव में जांच करने पहुंची सीबीआई की टीम को नकली समझकर ग्रामीणों ने मारपीट शुरू कर दी और गाडिय़ों के शीशे तोड़ दिए। सीबीआई की जांच टीम में स्थानीय पुलिस की महिला कांस्टेबल समेत सीबीआई के चार अधिकारी शामिल थे। इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में टीम जांच टीम रजौली के कसियाडीग गांव पहुंची थी। सीबीआई के अधिकारियों के साथ मारपीट की सूचना जब रजौली पुलिस को मिली, तो आनन-फानन में थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर राजेश कुमार पूरे दल-बल के साथ कसियाडीह गांव पहुंचे और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया। हालांकि मारपीट की घटना के बाद सीबीआई ने मोबाइल नंबर के लोकेशन के आधार पर दो मोबाइल फोन जब्त किए और अपने साथ ले गई।
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