पारले के एप्पी में मिलेगा हिमाचली सेब का स्वाद
कंपनी के साथ डील, शुरुआत में एक हजार टन कंसंट्रेट मायानगरी मुंबई भेजेगी एचपीएमसी
पारले कंपनी के एप्पी जूस में हिमाचली सेब का कंसंट्रेट डाला जाएगा। हिमाचल सरकार की एजेंसी एचपीएमसी पारले को यह प्रोडक्ट तैयार करने के लिए एप्पल कंसंट्रेट देगी, जिसके लिए निजी कंपनी के साथ बातचीत हो गई है। एचपीएमसी इस सेब सीजन से ही शुरुआत करने जा रही है और शुरुआत में कंपनी को एक हजार टन एप्पल कंसंट्रेट भेजा जाएगा। मुंबई में इसे एचपीएमसी द्वारा पहुंचाया जाएगा। बताया जाता है कि इसके बाद पारले कंपनी से बड़ा ऑर्डर हिमाचल को मिल सकता है। हाल ही में एचपीएमसी के अधिकारी मुंबई गए थे, जहां पर उन्होंने अपने कोल्ड स्टोर की व्यवस्थाओं को देखना था। वहां पर वर्ष 1973 में हिमाचल सरकार ने कोल्ड स्टोर का निर्माण किया था, जो आज भी चल रहा है। इसमें न केवल हिमाचली सेब पहुंचता है, बल्कि विदेशी सेब भी वहां कोल्ड स्टोर में रखा जाता है। अधिकारियों ने इस कोल्ड स्टोर की व्यवस्था को देखने के साथ वहां पारले कंपनी के अधिकारियों के साथ भी बातचीत की। बताया जाता है कि पारले कंपनी अपने एप्पी प्रोडक्ट में एप्पल कंसंट्रेट का इस्तेमाल करती है, मगर अभी तक हिमाचली सेब का इस्तेमाल उसमें नहीं हुआ है। पहली बार है कि हिमाचल के एप्पल का कंसंट्रेट उसमें डाला जाएगा।
केंद्र सरकार की जीएसटी काउंसिल ने एप्पी पर 12 फीसदी जीएसटी रखा है, लेकिन पारले कंपनी का अन्य प्रोडक्ट एप्पी फिज भी है, जिसमें जीएसटी काफी ज्यादा लगता है। उसमें भी एप्पल कंसंट्रेट की जरूरत है, लेकिन अधिक जीएसटी की वजह से उसमें इसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। फिलहाल पारले कंपनी एचपीएमसी से एक हजार टन एप्पल कंसंट्रेट खरीदेगी। इसके बाद कंपनी अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी और उसकी मार्केट में डिमांड को ध्यान में रखकर एचपीएमसी को बड़ा ऑर्डर भी दे सकती है, जिसे लेकर अधिकारियों के साथ बातचीत हो गई है। बताया जाता है कि एचपीएमसी के अधिकारी कुछ अन्य कंपनियों के साथ भी बातचीत कर रहे हैं। साथ ही महानगरों में अपने खुद के बनाए प्रोडक्ट को बेचने के लिए भी सोचा जा रहा है। एचपीएमसी चाहता है कि मुंबई जैसे महानगरों में भी हिमाचली सेब पर आधारित प्रोडक्टस की बिक्री की जाए, लिहाजा वहां पर इसकी संभावनाओं को देखा गया है। अपने काम को विस्तार देने के लिए एचपीएमसी नए प्रयास करने जा रहा है। (एचडीएम)
No comments