Wayanad Landslide : घर हिल रहा है, कोई हमें बचा लो…
वायनाड में लोग रोते हुए लगा रहे गुहार, बाहर आने का रास्ता तक नहीं बचा
केरल में लोगों पर आफत की बारिश हुई है। इसके बाद वहां से बेहद दर्दभरे वीडियोज सामने आ रहे हैं। मकानों और मलबे के ढेर के नीचे फंसे होने के बाद लोग लगातार फोन कर मदद की गुहार लगाते रहे। टेलीविजन चैनलों ने कई लोगों की फोन पर बातचीत प्रसारित की, जिसमें वे रो रहे थे। यह लोग किसी से आकर उन्हें बचाने का अनुरोध कर रहे थे, क्योंकि वे या तो अपने घरों में फंस गए या पुलों के बह जाने तथा सडक़ों के जलमग्न होने के कारण उनके पास वहां से निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा है। ऐसी ही एक बातचीत में चूरलमाला शहर निवासी एक महिला को जोर-जोर से रोते हुए यह कहते सुना गया कि उसके घर में कोई व्यक्ति मलबे में फंस गया है और उसे बाहर नहीं निकाला जा सका। महिला को यह कहते हुए सुना गया कि कृपया कोई आओ और हमारी मदद करो। हमने अपना घर खो दिया है। हमें नहीं पता कि नौशीन (परिवार का कोई सदस्य) जीवित है या नहीं।
वह दलदल में फंस गई है। हमारा घर शहर में ही है…। अधिकारियों के मुताबिक, भू-स्खलन प्रभावित इलाकों में मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव शामिल हैं। चूरलमाला के एक और निवासी ने फोन पर बातचीत के दौरान कहा कि उनका मकान अब भी हिल रहा है और उन्हें नहीं पता कि क्या किया जाए। उसने कहा कि धरती हिल रही है। इस जगह बड़ा शोर है। हमारे पास चूरलमाला से बाहर आने का कोई रास्ता नहीं बचा है। एक अन्य व्यक्ति ने फोन पर सूचना दी कि मुंडक्कई में बड़ी संख्या में लोग मलबे में फंसे हैं और जिंदा रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उसने कहा कि अगर कोई मेप्पदी इलाके से वाहन से यहां आ सकता है तो हम सैकड़ों लोगों की जान बचा सकते हैं।
हम घर में सो रहे थे, तभी अचानक तेज आवाज आई
एक घायल बुजुर्ग ने बताया कि उनकी पत्नी लापता है और उन्हें नहीं मालूम कि वह कहां है। उन्होंने बताया कि हम घर में सो रहे थे। अचानक एक तेज आवाज सुनाई दी और हमने बड़े-बड़े पत्थर तथा पेड़ों को हमारे मकान की छत पर गिरते हुए देखा। घर में बाढ़ का पानी घुस गया, जिससे घर का दरवाजा टूट गया। उन्होंने यह भी बताया कि किसी ने उन्हें बचाया और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उनकी पत्नी का कुछ अता-पता नहीं है।
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