‘बार-बार ट्रांसफर, माँग रहे थे ₹30 लाख’: डालर सब-इंस्पेक्टर की आत्महत्या में कॉन्ग्रेस MLA का नाम, गर्भवती पत्नी बोलीं – पुलिस वाले भी दे रहे रसूखदारों का साथ
कर्नाटक के यादगिर जिले में कॉन्ग्रेस विधायक और उनके बेटे को जिम्मेदार बता कर एक पुलिसकर्मी ने आत्महत्या कर ली है। मृतक सब-इंस्पेक्टर का नाम परशुराम है जो दलित समुदाय से थे। आरोप है कि राज्य में सत्ताधारी पार्टी कॉन्ग्रेस के विधायक चन्नारेड्डी तन्नूर और उनके बेटे पंपनागौड़ा ने ट्रांसफर से बचने के लिए दारोगा से 30 लाख रुपयों की डिमांड की थी। परशुराम की पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने कॉन्ग्रेस MLA और उनके बेटे के खिलाफ विभिन्न धाराओं में FIR दर्ज कर ली है।
मृतक की पत्नी ने पुलिस अधिकारियों पर आरोपित विधायक का साथ देने का आरोप लगाया है। शनिवार (3 अगस्त, 2024) को भाजपा और दलित हित चिंतक संगठनों ने इस मामले सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला यादगिर जिले के शहर पुलिस थाने का है। यहाँ तैनात रहे सब इंस्पेक्टर परशुराम का यादगिर टाउन थाने से संसदीय चुनावों के दौरान ट्रांसफर कर दिया गया था। चुनाव के बाद परशुराम फिर शहर में वापस लौटे। बाद में उनकी पोस्टिंग साइबर क्राइम थाने में कर दी गई। कुछ दिनों बाद उन्हें वहाँ से भी रिलीव कर दिया गया। बताया जा रहा है कि 7 महीनों के अंदर बार-बार ट्रांसफर किए जाने से दरोगा परशुराम मानसिक तौर पर काफी परेशान हो गए थे।
मृतक सब-इंस्पेक्टर की पत्नी श्वेता फ़िलहाल गर्भवती हैं। उनका का आरोप है कि उनके पति के बार-बार हो रहे इस तबादले के पीछे कॉन्ग्रेस विधायक चन्नारेड्डी तन्नूर और उनके बेटे पंपनागौड़ा का हाथ था। उन्होंने कहा कि आरोपित बाप बेटे ने उनके पति से ट्रांसफर रुकवाने के नाम पर 30 लाख रुपयों की माँग की थी। श्वेता के मुताबिक ट्रांसफर के बाद से उनके पति लगातार अवसाद में थे और अक्सर रोया करते थे। इस दौरान उन्होंने अपनी पत्नी से कहा था कि उनके मन में आत्महत्या का भी विचार आता है।
इस बीच बच्चे को जन्म देने श्वेता रायचूर स्थित अपने मायके चली गईं। यहाँ उन्हें अपने पति के यादगिर जिले के अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिली। श्वेता को बताया गया कि परशुराम के नाक और मुँह से खून निकल रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पति ने मानसिक तनाव में आ कर मौत को गले लगा लिया। श्वेता ने कॉन्ग्रेस MLA चन्नारेड्डी तन्नूर और उनके बेटे पंपनागौड़ा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत के आधार पर दोनों आरोपितों पर आत्महत्या के लिए उकसाने सहित कई अन्य धाराओं में FIR दर्ज कर ली गई है।
इस बीच दोनों आरोपितों पर कोई कार्रवाई न होने का आरोप लगा कर कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी और अन्य दलित हित चिंतक संगठनों ने कॉन्ग्रेस सरकार के खिलाफ यादगिर में प्रदर्शन किया है। इन प्रदर्शनों में दिवंगत दारोगा परशुराम की पत्नी श्वेता भी शामिल हुईं। श्वेता ने आरोप लगाया कि जिस विभाग में उनके पति नौकरी किए वही पुलिस वाले न्याय करने के बजाय कॉन्ग्रेस विधायक का साथ दे रहे हैं। श्वेता ने पुलिस वालों से सवाल भी किया कि क्या वो एक विधायक के लिए अपने परिवार को भी दाँव पर लगाने को तैयार हैं ?
भारतीय जनता पार्टी ने मृतक सब इंस्पेक्टर परशुराम के समर्थन में सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया है। बीजेपी का आरोप है कि पैसे न पाने पर कॉन्ग्रेस विधायक ने एक पुलिसकर्मी को मरने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर चित्तपुर रोड को जाम कर के कर्नाटक सरकार के खिलाफ नारेबाजी हुई। प्रदर्शनकारियों ने तत्काल आरोपित पिता-पुत्र की गिरफ्तारी की माँग की है। कर्नाटक सरकार के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मीडिया से बताया कि मामले की निष्पक्षता से जाँच के आदेश दिए गए हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि सब इंस्पेक्टर परशुराम के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला और उनकी पत्नी की शिकायत के आधार पर जाँच करवाई जा रही है।
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