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अब अखाड़े में नहीं, कोर्ट में होगा विनेश फोगाट के मेडल का फैसला: 4 वकील CAS में रखेंगे भारत की महिला पहलवान का पक्ष, क्या मिलेगा सिल्वर?

कोर्ट मेडल

भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के ओलंपिक से अयोग्य घोषित होने के बाद भी सिल्वर मेडल की उम्मीदें बची हुई हैं। उनके सिल्वर मेडल को लेकर ओलंपिक खेलों का एक कोर्ट फैसला करेगा। विनेश ने इस कोर्ट में अपनी अपील दाखिल की है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विनेश फोगाट ने बुधवार (7 अगस्त, 2024) को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद ओलंपिक खेलों में विवादों के निपटारे के लिए स्पोर्ट्स आर्ब्रीट्रेशन कोर्ट (CAS) में अपील दाखिल की थी। विनेश फोगाट ने पहले कोर्ट से माँग की थी कि उन्हें फाइनल मुकाबला खेलने दिया जाए।

बताया गया कि इसके लिए उन्होंने दोबारा वजन तोलने की माँग की थी। इसके बाद उन्होंने अपनी अपील को बदल लिया और माँग की कि उन्हें दूसरी खिलाड़ी के साथ संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। उनकी इस अपील को CAS ने स्वीकार कर लिया है और इस पर गुरुवार (8 अगस्त, 2024) को सुनवाई करेगी। इसके बाद अंतरिम फैसला दिया जाएगा।

बताया गया कि CAS ने विनेश फोगाट की फाइनल मैच खेलने की अपील मानने से इनकार कर दिया था और कहा था कि वह इस संबंध में कोई बदलाव नहीं करेगा। CAS ने कहा था कि वह ओलंपिक खेलों का क्रम नहीं बदलेगी।  

CAS के फैसले से ही पता चलेगा कि कि क्या विनेश को कोई पदक दिया जाएगा या फिर वह बिना पदक के ही ओलंपिक से लौटेंगी। विनेश ने इससे पहले गुरुवार को अपने संन्यास का ऐलान भी कर दिया। उन्होंने एक ट्वीट लिख कर अपना दुख व्यक्त किया और कुश्ती से संन्यास की घोषणा की।

CAS खेलों के मामले विवाद हल करने के लिए बनाई गई एक संस्था है। ओलंपिक खेलों में होने वाले विवाद इसी में जाते हैं। इसका मुख्यालय स्विटज़रलैंड में है लेकिन पेरिस में इसकी एक अस्थायी शाखा भी खोली गई है, ताकि यहाँ उपजे विवादों को हल किया जा सके। विनेश फोगाट का मामला पेरिस के ही चार वकील रख रहे हैं।

गौरतलब है कि बुधवार (7 अगस्त, 2024) को विनेश फोगाट ने एक जापानी खिलाड़ी को हरा दिया था और इसके बाद सेमीफाइनल में पहुँची थी। इसके बाद उन्होंने सेमीफाइनल में क्यूबा की एक खिलाड़ी को हराया था और फाइनल में पहुँच गई थी। उनका फाइनल में मुकाबला अमेरिकी खिलाड़ी से होना था।

फाइनल मुकाबले से पहले विनेश फोगाट का वजन तय सीमा से अधिक पाया गया था। उनका वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक था। इसके बाद वह अयोग्य घोषित कर दी गईं थी। इसके बाद उन्होंने कोर्ट जाने का निर्णय लिया जिसका अब फैसला आना है।

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