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काँवड़ मार्ग पर जूस बेचने वाला नदीम कर चुका है आशा देवी का कत्ल, ढाबा मालिक नवाब खाँ ने मारी थी शुक्रमपाल और ओमवीर को गोली: रोटी पर ‘थूक’ वाला कारनामा भी

काँवड़ मार्ग मुस्लिम दुकान 

उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में प्रशासन ने काँवड़ यात्रा के मार्ग में पड़ने वाले सभी दुकानदारों को अपने-अपने असली नामों के साथ दुकानदारी करने के निर्देश दिए थे। इन निर्देशों पर ठीक से अमल भी नहीं हुआ था कि इस मुद्दे को राजनैतिक और चरमपंथी ढंग से तूल दिया जाने लगा। महज नाम लिखने के आदेश को मुस्लिमों पर अन्याय और अत्याचार बताने की कोशिश की जाने लगी। मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाया गया। इस बीच न सिर्फ तमाम साधु-संतों बल्कि हिन्दू दुकानदारों ने भी इस आदेश का विरोध होने पर हैरानी जताई। उन्होंने प्रशासन के इस कदम को समाज में शांति व्यवस्था के लिए उचित बताया।

स्वामी यशवीर महराज ने तो नाम बदल कर दुकानदारी को बड़ी साजिश का हिस्सा करार दिया। ऑपइंडिया ने इन मामलों की जमीनी तौर पर पड़ताल की तो कुछ ऐसे केस निकल कर सामने आए, जो कहीं न कहीं प्रशासन को अतिरिक्त सावधानी और सतर्कता बरतने के लिए एक संकेत हो सकते हैं। पूर्व में कई दुकानों पर ऐसी घटनाएँ घटित हुई हैं, जो समाज की शांति को प्रभावित कर सकती थीं लेकिन प्रशासनिक सतर्कता से कोई बड़ा नुकसान होने से बच गया था।

जूस बेचने वाले नदीम ने की थी आशा देवी की हत्या

गाजियाबाद का मुरादनगर काँवड़ियों का सबसे बड़ा स्टॉप पॉइंट है। यहाँ गंगनहर को लोग छोटा हरिद्वार बताते हैं। मुरादाबाद में लम्बी दूरी से आए काँवड़िये स्नान करते हैं और थकान उतारने के बाद आगे की यात्रा शुरू करते हैं। इसी मुरादनगर के काँवड़ मार्ग पर नदीम साल 2022 तक जूस की दुकान चलाता था। काँवड़िये भी यहाँ जूस पीते थे।

यहाँ जूस पीने आने वाली शादीशुदा आशा देवी को साल 2021 में उसने अपने प्यार के जाल में फँसा लिया था। लगभग 1 साल तक चले इस रिश्ते के बाद नदीम ने सितंबर 2023 में आशा देवी को कुल्हाड़ी से काट डाला था। आशा देवी को मार कर नदीम ने उसके खून से सने कपड़े एक मंदिर के पास छिपा दिए थे।

सबूत मिटाने के लिए नदीम ने आशा देवी का फोन उसी गंगनहर में फेंका था, जहाँ से काँवड़िये जल भरते हैं और स्नान करते हैं। बाद में नदीम को गिरफ्तार कर लिया गया था। इस घटना के बाद नदीम के परिवार ने अपना कारोबार गाजियाबाद के मुरादनगर से उत्तर प्रदेश के ही मुरादाबाद में शिफ्ट कर लिया था।

नदीम का एक भाई तो मुरादाबाद के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में जूस की दुकान खोलने में सफल भी रहा था। आज भी नदीम के परिवार की दुकान ‘फ्रेश जूस हॉउस’ नाम से मुरादाबाद के थाना सिविल लाइंस के सामने चल रही है। इस मार्ग से गुजरने वाले कई काँवड़िये यहाँ जूस पीते हैं।

2 हिन्दुओं को गोली मार चुका है ढाबा मालिक नवाब खाँ

उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में मुख्य काँवड़ मार्ग पर नवाब खाँ ढाबा चलाता था। यह ढाबा मंगलौर बाजार के पास लिब्बरहेड़ी नाम की जगह पर था। इसके ढाबे का नाम भी स्थानीय लोगों के मुताबिक किसी हिन्दू प्रतीक के तौर पर था। नवाब खाँ के ढाबे के पास ही ओमवीर और शुक्रमपाल नाम के 2 भाइयों की दुकान थी।

घटना अगस्त 2018 की है। तब ओमवीर की दुकान में चोरी हुई थी। इसी चोरी के मुद्दे पर ओमवीर और उसके भाई शुक्रमपाल की ढाबा मालिक नवाब से बहस हुई थी। कुछ ही देर की बहस के बाद नवाब खाँ ने एक हथियार से दोनों भाइयों को गोली मार दी थी।

गोली लगने से ओमवीर और शुक्रमपाल बुरी तरह से घायल हो गए थे। अस्पताल में शुक्रमपाल ने दम तोड़ दिया था। ओमवीर का लम्बे समय तक इलाज चला था। उनको गंभीर चोटें आईं थीं। नवाब खाँ का  वीडियो भी तब गोली चलाते हुए वायरल हुआ था। पुलिस ने तब FIR दर्ज करके नवाब खाँ को गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल उसी स्थान पर अभी भी एक ढाबा चल रहा है।

स्थानीय लोगों ने हमें बताया कि नवाब के जेल जाने के बाद इसे उसके परिजनों ने लगभग 70 लाख रुपए में किसी को बेच दिया था। हालाँकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई कि अभी भी नवाब खाँ उस ढाबे में हस्तक्षेप रखता है या नहीं।

रोटी पर थूक रहा था मकबूल ताहरी वाला

तीसरा मामला मुज़फ्फरनगर के अति व्यस्त मीनाक्षी चौक का है। यह स्थान शिव चौक के पास ही है, जहाँ हर दिन हजारों काँवड़िये जल चढ़ाते हैं। मीनाक्षी चौक पर मकबूल ताहरी नाम से दुकान है, जो खास मौकों पर लोगों को फ्री में ताहरी खिलाया करता है। विश्वकप क्रिकेट 2023 में भी मकबूल ताहरी की तरफ से विराट कोहली के शतक पर लोगों को फ्री में ताहरी बाँटी गई थी। इसी दुकान का दिसंबर 2023 में एक वीडियो वायरल हुआ था। इस  वीडियो में दुकान के एक कारीगर पर रोटियों में थूकने का आरोप लगा था।

वीडियो वायरल होने के बाद हिन्दू संगठन के सदस्यों ने पुलिस में शिकायत देकर कार्रवाई की माँग की थी। पुलिस ने भी कारीगर को पूछताछ के लिए बुलवाया था। हालाँकि इस कार्रवाई की विस्तृत जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है।

खाने पर थूकने की कुछ अन्य घटनाएँ गाजियाबाद और मेरठ जिलों में भी सामने आईं थीं। इन पर भी पुलिस ने अलग-अलग मौकों पर कानूनी कार्रवाई की है। इसके अलावा ढाबों पर वाद-विवाद जैसे कई अन्य केस भी विभिन्न थानों में दर्ज हुए हैं।

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