Recent Posts

Breaking News

Gaggal Airport: घर-दुकान के मुआवजे के साथ ले सकते हैं प्लॉट

 

 

एयरपोर्ट विस्थापितों के लिए वन टाइम सेटलमेंट पॉलिसी

जमीन न लेने वालों को एकमुश्त 37 लाख देने का प्रावधान

प्रदेश की बड़ी एवं महत्त्वाकांक्षी परियोजना कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण से पहले विस्थापित होने वाले लोगों को बसाने या उन्हें मुआवजा देने से लेकर तमाम औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। हवाई अड्डा विस्तारीकरण के कारण करीब 1200 परिवार विस्थापित होंगे। प्रदेश सरकार द्वारा इन्हें फिर से बसाने के लिए भी योजना तैयार कर ली गई है। साथ ही विस्थापितों को बसाने के भूमि भी चिन्हित कर ली गई है। इसके लिए तीन फेज में लोगों को अपने पुराने ठिकानों से उठाया जाएगा, ताकि एक साथ अधिक लोगों को परेशान न होना पड़े। जानकारी के अनुसार कांगड़ा, धर्मशाला और शाहपुर मुहाल में करीब 544 कनाल भूमि का चयन किया गया है। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने विस्थापितों के लिए वन टाइम सेटलमेंट पॉलिसी भी तैयार की है।

इसके तहत लोग घर-दुकान के मुआवजे के साथ प्लॉट ले सकते हैं। अगर कोई विस्थापित प्लॉट नहीं लेना चाहता है, तो उसे प्रदेश सरकार की ओर से करीब 37 लाख रुपए एकमुश्त दिए जाएंगे। एयरपोर्ट विस्तार के चलते करीब 1200 परिवार विस्थापित होंगे। इसलिए प्रशासन ने भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया को तीन फेज़ में करने जा रहा है। इससे सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि फेज़वाइज भू-अधिग्रहण होने से लोगों को ज्यादा डिस्टर्ब नहीं होना पड़ेगा। कांगड़ा एयरपोर्ट का विस्तार होने से जहां यहां पर फ्लाइट् की संख्या बढऩे से किराया घटेगा, वहीं सैलानियों की आमद बढऩे से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। कांगड़ा हवाई अड्डे पर्यटन के अलावा सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण माना जाता है।

3847 कनाल भूमि का होगा अधिग्रहण

हवाई अड्डा विस्तार के लिए 14 गांवों से करीब 1200 परिवारों की जमीन ली जाएगी। सरकार ने 14 गांवों की सरकारी और निजी करीब 147 हेक्टेयर (करीब 3847 कनाल) जमीन चिह्नित की है। इसकी जद में करीब 938 मकान और 594 के करीब दुकानें आएंगी। इसके अलावा कुछ अन्य भवन और दुकानें भी हैं, जो सरकारी भूमि पर बने हैं। एयरपोर्ट विस्तार की जद में कांगड़ा के तहत बाग, बल्ला, बरस्वालकड़, भेड़ी, ढुगियारी खास, गगल खास, झिकली इच्छी, मुगरेहड़, सहौड़ा और सनौरा गांव आएंगे। शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत रछियालु, जुगेहड़, भड़ोत और कियोड़ी गांव इसकी जद में आएंगे।

No comments