Recent Posts

Breaking News

Nag Panchami 2024: 9 अगस्त को है नाग पंचमी, इन बातों रखें का ध्यान... कालसर्प दोष और राहू के कोप से मिलेगा निदान

 

Nag Panchami: घर-परिवार में सुखी और समृद्धि के लिए नागपंचमी के मौके पर करें कुछ खास उपाय।


सनातन हिंदू धर्म में नाग पंचमी एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो सावन मास की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। नाग यानी सर्प जाति प्रकृति का महत्वपूर्ण अंग हैं और उनकी पूजा करने से प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने की भावना बढ़ती है। नाग पंचमी का त्योहार सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को संरक्षित करने का एक बेजोर अवसर है। इसमें लोग धार्मिक रीतियों का पालन करते हैं और समाज एकजुट होता हैं। इस दिन परिवार के साथ मिलकर पूजा की जाती और पारंपरिक अनुष्ठान सम्पन्न किए जाते हैं।

नागपंचमी का महत्व 

उत्सव मानना भारतीय जीवन एवं संस्कृति की पहचान है। यहां सिर्फ नर में नारायण की पूजा नहीं होती है, बल्कि वनस्पति, पर्वत, नदियां, पशु पक्षी, जीव-जन्तु सभी की धार्मिक दृष्टिकोण से अर्चना भारत की संस्कृति में होती है। गाय की पूजा भगवान श्रीकृष्ण के कारण, बैल को भगवान शंकर का वाहन होने के कारण, नाग शिव के गले का हार और विष्णु की शयन शैय्या है, इसलिए नागों की भी पूजा होती है। श्रावण मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली पंचमी तिथि को नागपंचमी कहते हैं। इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है और नागों का दर्शन करना शुभ माना गया है।

हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल नाग पंचमी का त्योहार शुक्रवार 9 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ नाग देवता की पूजा का विधान है। मान्यताओं के अनुसार नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा-अर्चना करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस दिन खेतों में फसलों की रक्षा के लिए भी नाग देवता की पूजा करने की परंपरा है।

नाग पंचमी को क्या ना करें? 

नाग पंचमी के दिन पृथ्वी को ना खोदें। वर्षा ऋतु सांपों के निकलने का समय होता है। इस समय नागों के बिलों में पानी भर जाने की वजह से वे बाहर आ जाते हैं। इसी कारण प्रत्यक्ष नाग-पूजन का समय नाग पंचमी का दिन है। इस दिन लोहे से बनी चीजों का उपयोग करना भी वर्जित माना जाता है। रोटी बनाने के लिए तवे का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे नाग के फन से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में नाग पंचमी को चूल्हे पर तवा रखने से नाग देवता नाराज होते हैं। इसके साथ ही तवे को राहु का प्रतीक माना जाता है। नाग पंचमी पर तवे के इस्तेमाल से कुंडली में राहु ग्रह का दुष्प्रभाव बढ़ सकता है। 

नाग पंचमी पर क्या करें? 

नाग पंचमी के दिन घर में अच्छे से साफ सफाई होनी चाहिए। आटे या गाए के गोबेर से नाग का प्रतीक बनाकर उनका पूजन किया जाता है। नाग पंचमी के दिन चांदी के सर्प-सर्पिणी के जोड़े के के साथ नवग्रह पूजन और कालसर्प पूजन का पूजन करने से कालसर्प दोष का भय समाप्त हो जाता है। इस दिन सपेरे से नाग खरीदकर उसे घने जंगल में छोड़ना चाहिए। नाग पंचमी के दिन दूध, कुशा, गंध, फूल और लड्डु से नाग पूजन करें। नाग देवता को चंदन की सुगंध बहुत प्रिय है। नाग पंचमी के दिन घरों में मुख्य द्वार पर नाग देवता की तस्वीर या आकृति बनाई जाती है। ऐसा करना शुभ माना गया है, नाग पंचमी के दिन घर के मुख्य द्वारा नाग देवता की आकृति बनाने से मां लक्ष्मी घर में वास करती हैं और काल सर्प दोष का प्रभाव कम होता है। 

No comments