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‘हिंदुस्तान में रहना है तो, ख्वाजा-ख्वाजा कहना है’: गणेश पंडाल के आगे इस्लामी कट्टरपंथियों ने लगाए फिलीस्तीन जिंदाबाद के भी नारे, संदिग्ध को पुलिस से छुड़ा ले गए..

 

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में बारावफात के जुलूस में इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा आपत्तिजनक नारेबाजी का मामला सामने आया है। यहाँ गणेश पंडाल के आगे मुस्लिम भीड़ ने हरे झंडे लहराए और उत्तेजक नारेबाजी की गई। भीड़ ने ‘फिलीस्तीन जिंदाबाद’ के नारे भी लगाए गए। वायरल हो रहे वीडियो में पुलिस द्वारा पकड़े गए एक कथित संदिग्ध को कुछ लोगों ने छुड़ा भी लिया। फ़िलहाल प्रशासन पूरे मामले की जाँच करवा रहा है। घटना सोमवार (16 सितंबर 2024) की है।

यह मामला बलरामपुर जिले के मुस्लिम बहुल बाजार उतरौला का है। यहाँ सोमवार (16 सितंबर) को बारावफात का जुलूस निकला था। इस जुलूस में नाबालिग से लेकर बुजुर्ग तक शामिल थे। भीड़ के हाथों में हरे रंग के अलावा फिलीस्तीन के भी झड़े थे। यह भीड़ बाजार में कुछ हिन्दू व्यपारियों द्वारा स्थापित गणेश पंडाल के आगे पहुँच कर रुक गई। पंडाल के आगे कई लोग उत्तेजक नारेबाजी करने लगे।

इस दौरान इस्लामिक कट्टरपंथियों ने “रसूल के गुलाम को मौत भी कबूल है”, “फिलीस्तीन का मुसलमान जिंदाबाद” “मस्जिद ए अक्सा जिंदाबाद” जैसे नारे भी लगाए। कट्टरपंथियों की भीड़ ने नारेबाजी में यह भी कहा कि “हिंदुस्तान में रहना है, तो ख्वाजा-ख्वाजा कहना है”।

ये तमाम नारेबाजी पुलिस के आगे ही की गई है। इसी घटना में एक अन्य वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उतरौला के SHO इंस्पेक्टर संजय दुबे दिखाई दे रहे हैं। संजय दुबे भीड़ में मौजूद किसी संदिग्ध को पकड़ना चाह रहे हैं। उस संदिग्ध पर आपत्तिजनक नारेबाजी का आरोप है। इसी दौरान आसपास अन्य मुस्लिमों की भीड़ जुट जाती है। वो पुलिस पर उस संदिग्ध को छोड़ देने का दबाव बनाते हैं। आखिरकार थोड़ी देर की ना-नुकुर के बाद इंस्पेक्टर ने उस संदिग्ध को छोड़ दिया।

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