गणेश पंडाल से चिढ़े वडोदरा के मुस्लिम, पीएम आवास से मिले घरों पर लहराया अरबी झंडा, दी धमकी: सूरत के पत्थरबाजों का हिसाब कर रहा है बुलडोजर
सूरत के बाद वड़ोदरा में भी गणेश पंडाल निशाने पर है। वडोदरा के भायली में प्रधानमंत्री आवास योजना में मिले फ्लैट की बिल्डिंग पर गणेशोत्सव के दौरान अरबी झंडे फहराए जा रहे हैं। 10 टॉवर वाली इस सोसायटी में 450 घर हैं, इनमें से लगभग 48 घर मुस्लिम को और बाकी हिंदुओं को आवंटित किए गए हैं। बिल्डिंग पर अरबी झंडे फहराए जाने के बाद सोसायटी में तनाव की स्थिति बन गई है, मौके पर पुलिस मौजूद है।
जानकारी के अनुसार, यह घटना वासना-भायली स्थित प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने अर्बन 7 टॉवर की है। इस योजना के तहत कुल 10 टॉवर बनाए गए हैं। इन्मने करीब 450 मकानों का निर्माण पूरा हो चुका है। इन घरों को निकाय द्वारा आवंटित किया गया है। इन 450 घरों में से 48 घर मुस्लिम समुदाय को आवंटित हैं।
जिन परिवारों को यहाँ मकान दिए गए हैं वो यहाँ रहने के लिए आ चुके हैं। गणेशोत्सव शुरू होने के बाद यहाँ रहने वाले हिन्दू परिवारों ने इनमें से F टॉवर में सार्वजनिक गणेश पंडाल लगाया है। यहाँ लोगों ने स्वेच्छा से भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की है। हालाँकि, यहाँ रहने वाले एक मुस्लिम को इससे दिक्कत हो गई।
रविवार (9 सितम्बर, 2024) को एक मुस्लिम शख्स ने गणपति पंडाल वाले टावर पर अरबी झंडा फहरा दिया। जब यहाँ रहने वाले बाकी हिन्दू निवासियों ने यह देखा तो उन्होंने इसका विरोध किया। उन्होंने पंडाल वाले टावर से अरबी झंडा उतारने को कहा लेकिन स्थानीय मुस्लिम यहाँ लड़ने के लिए आ गए और झंडा लगा रहने पर अड़ गए, उन्होंने धमकियाँ भी दी।
झंडा फहराने वाला बाहरी: स्थानीय लोग
ऑपइंडिया ने इस मामले में यहाँ की गणेश उत्सव समिति के सदस्य नितिन राजपूत से संपर्क किया। नितिन इसी सोसायटी में रहते हैं। नितिन राजपूत ने ऑपइंडिया को बताया, ”उन लोगों ने जानबूझकर गणेश पंडाल वाले फ्लैट पर अपना अरबी झंडा लगाया था। झंडा लगाने वाले व्यक्ति को यहां फ्लैट मिला है लेकिन वह यहाँ नहीं रहता। उसने अपना फ़्लैट एक और परिवार को दे रखा है। वह खुद पडरा में रहता है। यहाँ जितने मुस्लिम परिवार रहते हैं, उनमें से ज्यादातर के खुदके फ्लैट नहीं हैं। असल मालिकों ने यह फ्लैट दूसरे लोगों को रहने के लिए दिए हुए हैं।”
एक झंडा उतारा, 11 फहराए
नितिन राजपूत ने आगे बताया, “यहाँ रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने झंडा फहराने का विरोध किया। हमने इसके बाद स्थानीय पार्षद को बुलाया और उन्होंने झंडा उतार दिया। हमें लगा कि मामला इसके बाद शांत हो गाया। लेकिन रात 11 बजे अचानक हमारी सोसायटी में मुस्लिम भीड़ जमा हो गई। उन लोगों ने धमकाया, डराया और 10 टॉवर पर अपने अरबी झंडे लगाए। इसके अलावा उन्होंने सोसायटी के गेट पर भी अरबी झंडा लगाया। वो कह कर गए कि झंडा नहीं उतरना चाहिए। उनके साथ की महिलाएँ गालियाँ दे रही थीं।”
दोबारा झंडा फहराते ही स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत एक बार फिर पार्षद नितिन डोंगा से शिकायत की। नितिन डोंगा ने मौके पर पहुँच कर झंडे फिर उतरवा दिए। इस घटना की जानकरी पुलिस तक पहुँची। पुलिस भी बड़े काफिले के साथ यहाँ पहुँची। इस घटना के बाद स्थानीय निवासियों में आक्रोश है।
उन्होंने ऑपइंडिया से बताया कि अब उन्हें आगे बवाल होने का डर है। उन्होंने बताया “हमें ये घर हाल ही में मिले हैं। यह हमारा पहला हिंदू त्योहार है। सनातन धर्म में कई त्योहार हैं और हमें डर है कि वो हमसे बार बार विवाद करेंगे। हमारी प्रशासन से माँग है कि हिंदू इलाकों में गैर-हिंदुओं को घर ना दिए जाएँ।” उन्हें दूसरी जगह पर घर देकर विवाद से बचा जा सकता है।
नहीं होनी चाहिए ऐसी घटनाएँ: BJP पार्षद नितिन डोंगा
ऑपइंडिया ने अतिरिक्त जानकारी के लिए स्थानीय पार्षद नितिन डोंगा से भी बात की। उन्होंने कहा, ”जब सुबह लोगों ने मुझे बुलाया तो मैं तुरंत वहाँ पहुँचा और झंडा उतारकर शांति बनाए र्कहने की बात कही। यहाँ सब कुछ शांत हो चुका था लेकिन रात में मुझे फिर से फोन आया कि मुस्लिमों ने एक झंडा उतार कर सारी बिल्डिंग पर झंडे फहरा दिए हैं। जबकि सुबह उतारने की बातचीत हुई थी। इसके बाद हमने पुलिस की मौजूदगी में इन झंडों को उतार दिया है और उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा है कि ऐसा दोबारा न हो।”
ये कट्टर मानसिकता: विश्व हिन्दू परिषद
वडोदरा में गणेशोत्सव में अरबी झंडा फहराने की घटना को लेकर विश्व हिंदू परिषद समेत हिंदू संगठनों ने आक्रोश जताया। इस संबंध में विहिप के नगर मंत्री विष्णु प्रजापति ने ऑपइंडिया को बताया, ”पिछले कुछ समय से गुजरात में कट्टर मानसिकता बढ़ती जा रही है। हमें मुस्लिम समुदाय के लोगों से कोई दिक्कत नहीं है0 हम सब एक साथ रहते हैं। लेकिन जो लोग चरम सीमा पर जा रहे हैं, उन्हें हम इतना जरूर बता दें कि 1947 में आजादी के बाद देश का बँटवारा सोच पर था, यदि उन लोगों को यहाँ रहने में कोई समस्या है तो अपना रास्ता पकड़ लें।”
उन्होंने कहा, “जहाँ तक वर्तमान घटनाओं की बात है तो विश्व हिंदू परिषद और सभी हिंदू संगठन एक साथ हैं। यदि आवश्यकता हुई तो हम साइट का दौरा भी करेंगे, बस प्रशासन से कह रहा हूँ कि इस तरह से मिश्रित आबादी बनाना बंद करें कि मनमुटाव पैदा ना हो। हम इस दिशा में मुख्यमंत्री का भी ध्यान आकर्षित करेंगे।”
सूरत में किया बवाल, चला बुलडोजर
वड़ोदरा से पहले सूरत में भी गणेशोत्सव के दौरान मुस्लिम भीड़ ने हिंसा की। सूरत के लालगेट के वरियाली बाजार में गणेश पंडाल पर मुस्लिमों ने पथराव किया। पथराव की यह घटना दो बार हुई। हिंदू समुदाय को जब ये सूचना मिली तो वो सबमें आक्रोश फैल गया। इस दौरान लागेट थाने का घेराव भी किया गया। बताया गया जब इनको पुलिस पकड़ने गई तो उसे भी पथराव का सामना करना पड़ा। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने इस मामले में 24 घंटे में कार्रवाई का वादा किया था।
गणेश पंडाल पर हमला करने वाले कई लड़के सूरत के सैयदपुरा इलाके के रहने वाले थे। यहाँ प्रशासन ने अवैध ढांचों पर बुलडोजर कार्रवाई की है। कई अवैध ढांचों को प्रशासन ने गिरा दिया। इसके अलावा 27 पत्थरबाजों को पुलिस रात में ही पकड़ लाई थी।
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