एक ने फुटपाथ पर रेप किया, दूसरा बचाने की जगह बनाता रहा वीडियो, तीसरी कॉन्ग्रेस कर रही राजनीति: उज्जैन को सबने मिलकर किया शर्मसार
मध्य प्रदेश के उज्जैन में फुटपाथ पर दिन-दहाड़े एक महिला से बलात्कार किया गया है। राहगीरों ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया है। हालाँकि, आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, विपक्षी दल कॉन्ग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार में प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी है। बता दें कि यही कॉन्ग्रेस अयोध्या और कोलकाता जैसे रेप कांड पर मौन साधे हुए है।
पुलिस के अनुसार, मुख्यमंत्री मोहन यादव के विधानसभा क्षेत्र उज्जैन के सबसे व्यस्त चौराहों में से एक कोयला फाटक के फुटपाथ पर बुधवार (4 सितंबर 2024) को दिन-दहाड़े एक महिला के साथ बलात्कार किया गया। इस घटना की राहगीरों ने तस्वीरें खींच ली। हालाँकि, किसी राहगीर ने उस महिला को बचाने की कोशिश नहीं की। पीड़ित महिला भीख माँगकर और कूड़ा बीनकर गुजारा करती है।
उज्जैन के नगर पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश मिश्रा ने बताया, “कल (गुरुवार 5 सितंबर) दोपहर करीब साढ़े तीन बजे एक महिला थाने आई और उसने बताया कि उसके साथ बलात्कार हुआ है। इसके तुरंत बाद एक महिला अधिकारी को बुलाया गया और उसकी कहानी सुनी गई। इसके बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करके एफआईआर दर्ज की गई।”
पुलिस ने बताया कि महिला ने अपनी शिकायत में लोकेश नामक व्यक्ति को आरोपित बताया है। पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया, “तुरंत एक टीम गठित की गई और लोकेश की तलाश में भेजा गया। एफआईआर दर्ज होने के दो घंटे के भीतर लोकेश को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित लोकेश ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।”
SP मिश्रा ने कहा कि कोर्ट में महिला का बयान दर्ज करवा दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस घटना का एक वीडियो भी बनाया गया था, जो पुलिस के पास भी आया है। पुलिस ने इसे सबूत के तौर पर अपने पास रख लिया है। पुलिस का कहना है कि इस घटना का वीडियो बनाने वाले व्यक्ति की भी तलाश की जा रही है। उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
ओमप्रकाश मिश्रा ने कहा कि वारदात बुधवार दोपहर 2 से 3 बजे के बीच की है। चिमनगंज थाना क्षेत्र में एक मंदिर के आसपास रहने वाली 45 साल की महिला कचरा-प्लास्टिक बीनने का काम करती है। उसने पुलिस को बताया कि घटना के दिन दोपहर को वह कोयला फाटक के पास कचरा बीन रही थी, तभी उसे एक युवक मिला। उसने अपना नाम लोकेश बताया।
आरोपित लोकेश लहोरिया ने महिला को बहला-फुसला कर शराब पिलाई और उससे कहा कि वह उससे शादी करेगा और अपने साथ रखेगा। इसके बाद वह महिला को बहाने से सड़क पर लगे डस्टबिन की आड़ में ले गया और फुटपाथ पर ही महिला से दुष्कर्म किया। दुष्कर्म करने के बाद वह धमकी देकर भाग गया। आरोपित लोकेश मजदूरी के साथ-साथ सब्जी का ठेला लगाता है।
पीड़िता का परिवार रोजी-रोटी की तलाश में करीब 8 साल पहले उज्जैन आया था। महिला का 18 साल का एक बेटा भी है, जो कोतवाली थाना क्षेत्र में रहता है। वह मजदूरी करता है। उसने पुलिस को बताया कि वह अपनी माँ को अपने साथ रहने के लिए कहता रहता है, लेकिन वह बार-बार बिना बताए कहीं चली जाती है।
रेप पर कॉन्ग्रेस की राजनीति
इस घटना को लेकर कॉन्ग्रेस ने भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश की है। प्रदेश कॉन्ग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि जब भाजपा आरजी कर बलात्कार-हत्याकांड को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन कर रही थी, तब मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में फुटपाथ पर एक महिला के साथ बलात्कार किया गया।
पटवारी ने कहा, “मध्य प्रदेश में हर दिन 18 महिलाओं के साथ बलात्कार होता है या उन्हें किसी न किसी तरह से उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। हदें तब पार हो गईं जब मुख्यमंत्री के अपने निर्वाचन क्षेत्र में फुटपाथ पर एक महिला के साथ बलात्कार किया गया। मध्य प्रदेश में जंगल राज है।” वहीं, भाजपा ने कॉन्ग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
बता दें कि यही कॉन्ग्रेस जब अयोध्या में समाजवादी पार्टी के नेता मोईद खान पर एक नाबालिग लड़की से रेप का आरोप लगा तो कॉन्ग्रेस और उनके नेता चुप्पी साधे रहे। इसी तरह कन्नौज में सपा नेता नवाब यादव ने एक नाबालिग किशोर का यौन शोषण किया तब भी कॉन्ग्रेस चुप्पी साधे रही।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई। सारा देश सड़कों पर उतर आया। इसके बावजूद कॉन्ग्रेस और उसके एक भी नेता ने पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कॉन्ग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सवाल नहीं किया।
दरअसल, तृणमूल की मुखिया ममता बनर्जी और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव INDI ब्लॉक के साझेदार हैं। इसलिए कॉन्ग्रेस अपराध में राजनीति देखती है। वह उन मुद्दों पर कभी खुलकर नहीं बोलती, जो उनके गठबंधन के हिस्सेदार के राज्यों में या उनकी पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं द्वारा अंजाम दिए जाते हैं।
ऐसे में रेप जैसे घृणित अपराध पर कॉन्ग्रेस का यह बयान पूरी तरह राजनीति पर आधारित है, ना कि महिलाओं के प्रति उनके सम्मान एवं अपराध के प्रति उसके जीरो टोलरेंस की नीति का। रेप जैसी घटनाएँ समाज के नासूर हैं और इसके लिए सभी पार्टियों को साथ बैठकर इस पर कठोर निर्णय लेने चाहिए, लेकिन कॉन्ग्रेस इसमें राजनीति देखती है।
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