बहराइच: पहले करवा चौथ में ही रामगोपाल मिश्रा की पत्नी रोली की मांग हो गई सूनी, तीन माह पूर्व हुआ था विवाह
करवा चौथ का व्रत भारतीय संस्कृति में विवाहित महिलाओं के लिए एक विशेष महत्त्व रखता है। यह त्यौहार पतियों की दीर्घायु और सुख-समृद्धि के लिए किया जाता है. पूरा दिन उपवास रखने के बाद, महिलाएं शाम को सज-सवरकर पूजा करती हैं और छलनी से चाँद और पति का दीदार करती हैं. लेकिन रेहुआ मंसूर गांव की रोली मिश्रा के लिए यह करवा चौथ दुखों से भरा हुआ है.
करवाचौथ के एक हफ्ते पहले हुई पति की हत्या
रोली का विवाह तीन माह पूर्व ही राम गोपाल मिश्रा के साथ हुआ था. यह उसका पहला करवा चौथ था लेकिन नियति को कुछ और ही मंज़ूर था. महराजगंज बाजार में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में राम गोपाल की हत्या कर दी गई. उनके पति की आकस्मिक मृत्यु ने रोली के सपनों को चूर कर दिया. अब रोली मिश्रा के जीवन से करवा चौथ का पर्व मानो हमेशा के लिए विदा ले चुका है. जहां एक ओर महिलाएं इस दिन को उल्लास और प्रेम के साथ मनाती हैं, वहीं दूसरी ओर रोली अपने पति की स्मृतियों में खोई हुई है. पति को खो देने की पीड़ा और पहले करवा चौथ के पहले ही जीवन में आया यह अकल्पनीय हादसा रोली की आंखों को नम और दिल को बेचैन कर देता है.
तीन माह पहले हुई थी शादी
रोली का इस बार का करवा चौथ उसके लिए सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि उसके जीवन का सबसे बड़ा संघर्ष बन गया है. बता दें कि रेहुआ मंसूर गांव निवासी राम गोपाल मिश्रा (22) का विवाह पड़ोस के गांव निवासी रोली मिश्रा से हुई थी. लगभग तीन माह पहले ही विवाह हुआ था। रोली का इस बार पहला करवा चौथ था। लेकिन पहले ही करवा चौथ से पूर्व पति की हत्या कर दी गई.
न्याय की मांग
बता दें कि बहराइच हिंसा के दो दिन बाद मृतक रामगोपाल मिश्रा के माता-पिता और पत्नी रोली मिश्रा लखनऊ पहुंचे थे. पीड़ित परिवार ने सीएम योगी से मुलाकात के दौरान हिंसा के आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की थी. मृतक रामगोपाल मिश्रा की पत्नी का कहना था कि खून का बदला खून से लिया जाएगा, तभी उन्हें संतोष मिलेगा. वहीं बीते गुरुवार को रामगोपाल मिश्रा के हत्या के आरोपियों का एनकाउंटर कर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. हालाँकि इस एनकाउंटर पर रामगोपाल मिश्रा के परिवार सवाल उठा रहा है.
रोली मिश्रा ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि, 'हम न्याय मांग रहे हैं, लेकिन न्याय मिल नहीं रहा, वो लोग घूस ले लिए हैं. उनको पकड़ा गया है, लेकिन पैर पर गोली मारी गई है. पुलिस प्रशासन हमारा साथ नहीं दे रही है.' साफ तौर पर आरोपियों के पैर पर गोली लगने के मामले को पुलिस की कथित मिलीभगत और रिश्वतखोरी के आरोपों से जोड़ रही हैं.
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