रोजाना सेक्स करने से बढ़ती है उम्र? जानिए एक्सपर्ट्स के हैरान करने वाले तथ्य--
Health Tips : दुनिया भर में विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों में शारीरिक संबंधों को लेकर अलग-अलग विचार हैं। कब, कैसे और किसके साथ रिश्ता बनाना चाहिए, यह पूरी तरह से व्यक्तिगत पसंद का मामला है। लेकिन हाल ही में कुछ शोधों से यह पता चला है कि शारीरिक संबंधों का हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। विशेष रूप से, संभोग से जुड़े कुछ तथ्य वाकई चौंकाने वाले हैं। आइए जानें कि हालिया शोधों ने इस बारे में क्या खुलासे किए हैं।
महिलाओं में नियमित शारीरिक संबंध का महत्व
एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, जो महिलाएं सप्ताह में केवल एक बार संभोग करती हैं, उनमें नियमित रूप से संभोग करने वाली महिलाओं की तुलना में मृत्यु का खतरा 70% अधिक होता है। यह शोध दर्शाता है कि जो महिलाएं अधिक बार शारीरिक संबंध बनाती हैं, वे अधिक स्वस्थ रहती हैं।
शोधकर्ताओं का मानना है कि नियमित रूप से शारीरिक संबंध बनाने से दिल के स्वास्थ्य को लाभ होता है। संभोग के दौरान शरीर में उत्पन्न होने वाले हार्मोन, जैसे प्रोलैक्टिन, एंडोर्फिन, और ऑक्सीटोसिन, शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं और तनाव को कम करने में भी मदद करते हैं। इसके साथ ही यह भी देखा गया है कि जिन महिलाओं का यौन जीवन सक्रिय होता है, उनकी उम्र लंबी होती है।
पुरुषों के लिए शारीरिक संबंध के लाभ
शारीरिक संबंधों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव केवल महिलाओं तक ही सीमित नहीं हैं। ब्रिटिश जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, जो पुरुष सप्ताह में कम से कम एक बार सेक्स करते हैं, उनमें मृत्यु का खतरा उन पुरुषों की तुलना में कम होता है जो इससे परहेज करते हैं। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि संभोग पुरुषों के लिए भी स्वास्थ्यवर्धक है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नियमित रूप से संभोग करने वाले पुरुषों में कैंसर का खतरा कम होता है। यह अध्ययन बताता है कि शारीरिक संबंध पुरुषों के हार्मोनल संतुलन और प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
जापान में किए गए शोध का निष्कर्ष
एक अन्य अध्ययन में यह पाया गया कि जिन महिलाओं में यौन रुचि की कमी होती है, खासकर मध्यम आयु वर्ग और वरिष्ठ नागरिक पुरुषों के लिए, उनके लिए मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। यह सर्वेक्षण जापान के यामागाटा में किया गया था, जिसमें 20,000 लोगों को शामिल किया गया था। इस शोध का नेतृत्व प्रोफेसर काओरी सकुरदा ने किया, और यह निष्कर्ष निकाला कि शारीरिक संबंध केवल एक आनंद का स्रोत नहीं हैं, बल्कि स्वास्थ्य पर भी उनका गहरा प्रभाव होता है।
हार्मोन और स्वास्थ्य
संभोग के दौरान उत्पन्न होने वाले हार्मोन जैसे ऑक्सीटोसिन, जिसे “लव हार्मोन” भी कहा जाता है, हमारे मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक संबंधों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, एंडोर्फिन तनाव कम करने और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने में मदद करता है। इन हार्मोनों का संयोजन हमें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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