अब्बा ने ही अपनी 10 साल की बेटी को मार डाला: रीढ़ की हड्डी में थे 10 फ्रैक्चर, दोनों कंधे, दोनों हाथ की हड्डियाँ टूटी हुईं… जलाता था गर्म लोहे से..
ब्रिटेन में 10 साल की सारा शरीफ की हत्या का मामला जैसे-जैसे अदालत में खुलता जा रहा है, उसके साथ ही दिल दहलाने वाली सच्चाई भी सामने आ रही है। सारा की हत्या का दोष उसके अपने अब्बू उरफान शरीफ और उसकी सौतेली अम्मी बेनाश बटूल पर लगा है। घटना के बाद यह दोनों अपने एक रिश्तेदार के साथ पाकिस्तान भाग गए। घर पर पुलिस को सारा शरीफ का शव मिला और उसके शरीर पर चोटों के 71 निशान पाए गए। यह साफ हो गया कि सारा को कई दिनों तक बेरहमी से प्रताड़ित किया गया था।
हत्या के बाद भागा पाकिस्तान
डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक, सारा का शव 10 अगस्त 2023 को वोकिंग स्थित उसके घर में पाया गया। शव मिलने से कुछ ही घंटे पहले उरफान शरीफ, उसकी दूसरी बीवी बटूल और भाई फैसल मलिक सीसीटीवी फुटेज में हीथ्रो एयरपोर्ट पर देखे गए थे। वहाँ से ये तीनों लोग पाकिस्तान के लिए फ्लाइट पकड़ते हुए दिखाई दिए।
ब्रिटेन के अधिकारियों का कहना है कि सारा के अब्बू ने हत्या के बाद पाकिस्तान भागने की योजना पहले से ही बना रखी थी। पाकिस्तान पहुँचने के बाद उरफान ने पुलिस को फोन करके खुद ही अपनी बेटी की हत्या की बात कबूल की। उसने फोन पर कहा, “मैंने उसे सज़ा दी, जो बहुत ज्यादा हो गई और वह मर गई।”
अदालत में सामने आई दरिंदगी
अदालत में पेश सबूतों से पता चला कि उरफान ने सारा के साथ बेहद क्रूर व्यवहार किया था। सारा के शव पर जो निशान मिले, उनसे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह किस हद तक अत्याचार सहन कर रही थी। सारा शरीफ के शरीर पर कई भयानक चोटें पाई गईं। उसकी रीढ़ की हड्डी में दस फ्रैक्चर थे।
इसके अलावा, उसके दाहिने कॉलर बोन, दोनों कंधों, दोनों बाजुओं, दोनों हाथों की हड्डियाँ और कलाई के पास की हड्डियाँ भी टूटी हुई थीं। उसके तीन अलग-अलग उंगलियों, दो पसलियों और गले की हड्डी में भी फ्रैक्चर थे। कहा जा रहा है कि उरफान ने सारा को गर्म लोहे से जलाया था और बार-बार उसकी पिटाई की थी।
गुस्से की वजह से बेटी की जिंदगी को नरक बनाया
सारा की सौतेली अम्मी बटूल ने अदालत को दिए अपने बयान में कहा कि उरफान का गुस्सा बहुत भयानक था और उसकी वजह से सारा की जिंदगी नर्क बन गई थी। बटूल ने कहा कि उरफान बहुत छोटी-छोटी बातों पर बेकाबू हो जाता था। एक बार जब गलती से गरम चाय गिर गई, तो उसने घर में चीजों को तोड़फोड़ कर दिया। उसने कई तस्वीरों के फ्रेम और पर्दे फाड़ दिए। बटूल ने कहा कि उरफान के गुस्से के ये हमले सारा को सहन करने पड़ते थे और वह बार-बार उससे पिटती थी। बटूल के अनुसार, कई बार सारा के शरीर पर इतने काले-नीले निशान पड़ जाते थे कि वह ठीक से चल भी नहीं पाती थी।
बच्ची को पूरी रात उठक-बैठक करवाता था उरफान
उरफान की दरिंदगी यहीं खत्म नहीं होती थी। उसने कई बार सारा को पूरी रात उठक-बैठक करने की सज़ा दी थी। यह सिर्फ छोटी-छोटी गलतियों पर दी जाने वाली सज़ा थी। एक बार सारा ने गलती से घर की चाबियाँ छुपा दी थीं, जिस पर गुस्साए उरफान ने उसे पूरी रात बिना सोए उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया था। बटूल ने कहा कि उरफान का गुस्सा इतना खतरनाक था कि कई बार वह सारा का हाथ या पैर तोड़ने पर आमादा हो जाता था।
हत्या के बाद उरफान ने अपने हाथ से एक नोट लिखा, जिसमें उसने कहा कि उसने अपनी बेटी को मारा लेकिन उसका इरादा उसे मारने का नहीं था। नोट में उसने लिखा कि वह डर की वजह से भाग रहा है। यह नोट पुलिस को सारा के शव के पास ही मिला। उरफान ने यह नोट इस उम्मीद में छोड़ा था कि शायद पुलिस इस बात को उसकी गलती मानकर माफ कर देगी।
ब्रिटेन के कानून अधिकारियों ने पाकिस्तान से उरफान शरीफ, बटूल और फैसल को प्रत्यर्पित करने की माँग की है ताकि उन्हें यहाँ सज़ा दी जा सके। सारा शरीफ की हत्या ने समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे एक बाप अपनी ही बेटी के साथ इतनी बेरहमी कर सकता है। यह मामला सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान और दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। अब अदालत इस पर फैसला सुनाएगी कि सारा को इंसाफ मिलेगा या नहीं।
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