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36 साल की कौशल्या, 17 की मुस्कान, 6 साल का मिंटू… मोख्तार अंसारी ने कुल्हाड़ी से काटकर उजाड़ दिया छत्तीसगढ़ का एक हिंदू परिवार, डेढ़ महीने बाद मिले कंकाल

  

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक महिला के साथ उसके बेटी और बेटे की निर्मम हत्या कर दी गई। हत्या के पीछे की वजह प्रेम प्रसंग को माना जा रहा है। आरोपित का नाम मोख्तार अंसारी है। मोख्तार के भाई आरिफ का एक नाबालिग लड़की से अफेयर था। इसी वजह से वो अपने घर पर पैसे नहीं भेजता था। मोख्तार ने इसी गुस्से में लड़की के साथ उसकी माँ और भाई को भी मार डाला। इन तीनों के कंकाल शुक्रवार (15 नवंबर 2024) को बरामद हुए थे। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना बलरामपुर के थानाक्षेत्र दहेज़वार का है। यहाँ शुक्रवार (15 नवंबर) को एक बंद पड़े ईंटों के प्लांट से पुलिस को 3 मानव कंकाल मिले थे। कंकाल में इनकी खोपड़ी और शरीर के कुछ अन्य हिस्से थे। कंकाल के पास साड़ी, सलवार और पैंट भी बरामद हुआ। पुलिस ने इन कंकालों की जाँच करवाई तो ये 36 वर्षीया कौशल्या, 17 साल की मुस्कान और 6 वर्षीय मिंटू के निकले। कौशल्या मुस्कान और मिंटू की माँ थी। ये तीनों 27 सितंबर से लापता चल रहे थे।

पुलिस ने केस दर्ज करके जाँच शुरू की तो पता चला कि मुस्कान का झारखंड के बरगढ़ निवासी आरिफ से अफेयर था। आरिफ कुसमी इलाके में रह कर ठेकेदारी करता था। वह कौशल्या के घर आता-जाता था। पुलिस को मृतका और आरिफ के बीच चैट व लम्बी कॉल डिटेल भी मिली। इसी आधार पर पुलिस की पड़ताल आगे बढ़ी तो हत्या का राज खुल गया। तीनों की हत्या आरिफ के 38 वर्षीय भाई मोख्तार अंसारी ने उनके गाँव से 80 किलोमीटर दूर ले जाकर की थी।

पुलिस ने मोख्तार को गिरफ्तार करके पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। मोख्तार ने बताया कि उसके अब्बा को कुछ दिनों पहले साँप ने काट लिया था। इस वजह से उनकी तबियत काफी खराब रहने लगी थी। मोख्तार का भाई आरिफ इलाज के लिए पैसे नहीं भेज रहा था, जिसका कारण आरोपित मुस्कान और उसके परिवार को मानता था। इसी गुस्से में उसने मुस्कान के पूरे परिवार को खत्म करने की ठान ली।

अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए 27 सितंबर को मोख्तार कुसमी गया। यहाँ से उसने कौशल्या, मुस्कान और मिंटू को झाँसे में लिया और अपने साथ लेकर बलरामपुर पहुँच गया। उसने पहले से तय प्लान के मुताबिक तीनों को दहेज़वार के सुनसान स्थान पर मौजूद एक झोपड़ी में रखा। जब रात में माँ के साथ उनकी बेटी और बेटा सो गए तब मोख्तार ने तीनों के सिर पर इतनी तेज कुल्हाड़ी मारी कि सिर की हड्डियाँ तक टूट गईं। इसके बाद उसने सबकी लाश पानी से भरे खेत में फेंक दी और भाग निकला।

कौशल्या, मुस्कान और मिंटू की लाश खेतों में कई दिनों तक पड़ी रही। सुनसान इलाके में तीनों की लाश के अंग पानी के साथ बहते रहे। इसी वजह से ज्यादा दुर्गंध भी नहीं आई। शुक्रवार (15 नवंबर) को खेत का मालिक फसल काटने आया, तब उसे कंगाल पड़े मिले। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। जाँच में यह भी पता चला कि कौशल्या के पति सूरजदेव ठाकुर ने अपनी पत्नी की गुमशुदगी थाने में दर्ज करवाई थी। इस केस में सूरजदेव ने आरिफ को नामजद किया था।

पुलिस पर इस शिकायत पर कार्रवाई न करने का आरोप है। तब इस मामले में मोख्तार से भी पूछताछ हुई थी लेकिन उसने सच नहीं उगला था। कुसमी थाना प्रभारी जितेंद्र जयसवाल को कार्रवाई में लापरवाही बरतने के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया गया है। शवों के पहचान की पुष्टि के लिए उनके सैम्पल को लैब भेजा जा रहा है जिसकी रिपोर्ट 10-15 दिनों में आ सकती है। मोख्तार को 5 दिनों के रिमांड पर लिया गया है। पुलिस यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि हत्या में कहीं मोख्तार के अलावा कोई और तो नहीं था।


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