इन 7 उपायों से कालभैरव होते हैं तुरंत खुश, मनचाहा दे देते हैं वरदान
कालभैरव को भगवान शिव का ही रौद्रावतार माना गया है। यूं तो उन्हें प्रसन्न करना बहुत ही कठिन है फिर भी तंत्र में कुछ ऐसे प्रयोग बताए गए हैं जिन्हें करने से भगवान कालभैरव प्रसन्न होकर भक्तों के सारे कष्ट हर लेते हैं और उन्हें मनचाहा वरदान दे देते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ उपाय, जिन्हें करने से आपके दिन बदल जाएंगे।
(1) एक रोटी पर अपनी तर्जनी तथा मध्यमा (पहली और दूसरी) अंगुली से तेल में डुबोकर लाइन खींचें। इस रोटी को किसी भी दो रंग वाले कुत्ते को खिला दें। अगर कुत्ता खा लेता है तो समझे कि भैरूंजी का आशीर्वाद मिल गया। लेकिन अगर कुत्ता रोटी सूंघ कर आगे बढ़ जाएं तो इस क्रम को जारी रखें। इस उपाय को रविवार, बुधवार या गुरुवार के दिन ही करना चाहिए।
(2) शनिवार की रात उड़द के पकौड़े कड़वे तेल में बनाएं तथा रात भर उन्हें ढक कर रख दें। सुबह जल्दी उठकर सुबह ही बिना किसी से बोले उन्हें लेकर निकल जाएं और रास्ते में जो भी पहला कुत्ता मिले, उसे खाने के लिए दे दें। पकौड़े डालने के बाद पीछे मुड़कर न देखें। इस प्रयोग को केवल रविवार को ही करना चाहिए।
(3) रेलवे स्टेशन पर जाकर किसी कोढ़ी, भिखारी को मदिरा की बोतल दान करें।
(4) रविवार या शुक्रवार को किसी भी भैरव मंदिर में गुलाब, चंदन और गुगल की खुशबूदार 33 अगरबत्ती जलाएं।
(5) सवा सौ ग्राम काले तिल, सवा सौ ग्राम काले उड़द, सवा 11 रुपए, सवा मीटर काले कपड़े में पोटली बनाकर भैरव नाथ के मंदिर में बुधवार के दिन चढ़ाएं।
(6) अपने घर के आसपास या किसी अन्यत्र जगह पर ऐसा कोई भैरव मंदिर ढूंढे जहां कोई पूजा करने न आता है। वहां रविवार की सुबह सिंदूर, तेल, नारियल, पुए और जलेबी लेकर पहुंच जाएं और पूरे विधि-विधान के साथ भैरव की पूजा करें। इसके बाद 5 से लेकर 7 साल तक के बटुकों यानी लड़कों को चने-चिरौंजी का प्रसाद बांट दें। साथ लाए जलेबी, नारियल, पुए आदि भी उन्हें बांटे। जल्दी ही आपकी मनोकामना पूरी होगी।
(7) सवा किलो जलेबी बुधवार के दिन भैरव नाथ को चढ़ाएं और कुत्तों को खिलाएं।
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