चुप हो जाओ, बाहर न जाए आवाज… सीसामऊ में वोट डालने गई इस मुस्लिम महिला के साथ क्या-क्या हुआ?--
Sisamau bypoll voting: उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग हो रही है. इनमें सीसामऊ सीट पर सबकी नजर लगी हुई है. इस सीट पर समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच जबर्दस्त भिड़ंत मची हुई है. इस बीच यहां वोट डालने पहुंचीं मुस्लिम महिलाओं ने ईवीएम में कथित गड़बड़ी और पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा दिए हैं. महिला मतदाताओं आरोप लगाते हुए कहा कि वोट करने पर न तो लाइट चली और ना ही पर्ची आई. जब अंदर शिकायत की तो कहा गया यहां से निकल जाओ. महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस जगह-जगह वोट करने आने से रोक रही है या जो रास्ता नजदीक का है वहां से नहीं जाने दे रही है जिस आदमी थककर खुद ही ना जाए.
ग्राउंड पर मौजूद यूपी Tak की टीम ने सीधे इन मुस्लिम महिला मतदाताओं से बात की है. एक मुस्लिम वोटर ने बताया,'यहां पर पर्ची नहीं गिर रही, लाइट नहीं जल रही, कंप्लेन करने पर साइलेंट किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि चुप हो जाओ बाहर न जाए आवाज. कहा जा रहा है आपका वोट हो गय़ा अब जाइए. हमें जब दिख नहीं रहा कि हमारा वोट नहीं हुआ तो कैसे ये कहा जा रहा है. सिक्योरिटी पूरी तरह से होनी चाहिए. जैसे गली मोहल्ले में पुलिस लगा दी है. वैसे यहां भी लगा दे. पुलिस जो गली मोहल्ले में लगी है वो सिर्फ लोगों को आने जाने से रोक रही है. रास्ता घुमा घुमाकर दूर कर दिया है ताकि लोगों को दिक्कत हो जाने में, वो थक जाएं और वोट डालने न आएं.'
एक दूसरी मुस्लिम महिला बोली कि, 'पहले पर्ची नहीं निकल रही थी. जब मेरे से पहले वाली महिला ने आवाज उठाई, मैंने फिर बटन दबाया तो पर्ची निकली.' वहां खड़े दूसरे मतदाताओं ने भी तस्दीक करते हुए बताया कि पुलिस ने रास्तों को ऐसे रोक दिया है जिससे लोगों को दिक्कत हो रही है. उन्होंने आशंका जताई कि ऐसा करने से यहां वोटिंग प्रतिशत गिरेगा.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में फिलहाल 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव चल रहा है. सीसामऊ सीट सपा के विधायक इरफान सोलंकी को मिली सजा के बाद खाली हुई है. सपा ने यहां से उनकी पत्नी नसीम सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है. यहां पिछले 28 सालों से कमल नहीं खिला है, यानी भाजपा की यहां जीत नहीं हुई है. आखिरी बार 1996 में यहां कमल खिला था, तब भाजपा के प्रत्याशी राकेश सोनकर जीते थे.
सीसामऊ सीट का सियासी इतिहास
पिछले विधानसभा चुनाव 2022 में इस सीट से सपा प्रत्याशी इरफान सोलंकी ने जीत हासिल की थी. इरफान सोलंकी ने 69,163 वोट हासिल किए थे और भाजपा प्रत्याशी सलिल विश्नोई को 66,897 वोट मिले थे. वहीं, कांग्रेस के प्रत्याशी सुहेल अहमद 5,616 वोटों पर सिमट गए थे. साल 2017 और 2012 में भी इस सीट से सपा प्रत्याशी इरफान सोलंकी जीते ही थे. वहीं, साल 2007 और 2002 में कांग्रेस प्रत्याशी संजीव दरियाबादी जीते थे. इससे पहले 1996, 1993,1991 में लगातार बीजेपी के प्रत्याशी राकेश सोनकर यहां से जीते थे.
बता दें कि यहां कुल लगभग 2 लाख 70 हजार वोटर हैं. इनमें मुस्लिम करीब 1 लाख हैं और ब्राह्मण और अनुसूचित जाति के लगभग 60-60 हजार वोटर हैं. इस सीट पर मुस्लिम, ब्राह्मण और दलित वोटर मुख्य भूमिका निभाते हैं.
इस सीट पर मतदान को लेकर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी ने भी आवाज उठाई है. सपा ने एक ट्वीट करते हुए लिखा है, 'कानपुर की सीसामऊ विधानसभा में बूथ संख्या 106, 171, 172 पर पुलिस द्वारा समाजवादी पार्टी के बूथ एजेंट को जबरन किया जा रहा परेशान और मतदान किया जा रहा प्रभावित. संज्ञान ले चुनाव आयोग, निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित हो.'
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