बरेली में मुसलमानों ने खुद ही पुरानी मजार से तोड़ा निर्माण कार्य, अब वजह भी जान लीजिए
UP News: उत्तर प्रदेश के बरेली में मुसलमानों ने मजार पर करवाया गया निर्माण खुद ही हटा दिया. अब ये मामला चर्चाओं में बना हुआ है. दरअसल यहां एक 40 साल पुरानी मजार है. यहां पिछले दिनों मुस्लिम समाज के लोगों ने निर्माण कार्य करवाया था. मगर अब उसे मुस्लिम समाज के लोगों ने खुद ही हटा दिया है. जानिए ये पूरा मामला.
बरेली में ये क्या हुआ?
उत्तर प्रदेश में बरेली के शाही थाना क्षेत्र के गनेशपुर गांव में कब्रिस्तान की जमीन पर बनी 40 साल पुरानी मजार पर निर्माण कार्य कर दिया गया. मगर इसकी इजाजत नहीं ली गई. अब सामने आया है कि मुस्लिम समाज द्वारा इस निर्माण कार्य को खुद ही तोड़ दिया गया है. माना जा रहा है कि प्रशासन की कार्रवाई के डर की वजह से समाज के लोगों ने ही निर्माण कार्य को तोड़ दिया है.
दरअसल इस निर्माण कार्य की प्रशासन से शिकायत की गई. अधिकारियों ने मौके पर जाकर मामले की जांच की. इसके बाद अधिकारियों ने निर्माण को तोड़ने के आदेश दिए. इससे पहले प्रशासन कार्रवाई करता, उससे पहले ही मुस्लिम समाज के लोगों ने निर्माण कार्य को तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि लोगों ने अपने ही हाथों से अवैध निर्माण को हटा दिया है.
सांसद ने खुद देखा था निर्माण और किया था SDM को फोन
मिली जानकारी के मुताबिक, ये पूरा मामला तब सामने आया जब बरेली के भाजपा सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार ने रास्ते से गुजरते हुए इस निर्माण को खुद देखा.उन्होंने फौरन एसडीएम तृप्ति गुप्ता को फोन किया और मामले की जांच की बात कही.
एसडीएम के निर्देश पर लेखपाल संजय सिंह ने मौके पर जाकर मामले की जांच की. जांच पड़ताल की गई तो अवैध निर्माण की बात सामने आई. इसके बाद प्रशासन की पूरी टीम वहां पहुंची. माना जा रहा है कि कार्रवाई के डर से मुस्लिम समाज के लोगों ने खुद ही अवैध निर्माण तोड़ दिया.
डाल दिया था मजार के ऊपर लिंटर
जांच में सामने आया था कि मजार के ऊपर 20 फुट ऊंचे पिलर खड़े कर लिंटर डाल दिया गया था. प्रशासन की कार्रवाई को लेकर लोग भी डरे हुए थे. अवैध निर्माण करने वालों ने कार्रवाई के डर से खुद ही लिंटर में लगी बांस-बल्लियां हटानी शुरू कर दी. ग्रामीणों ने प्रशासन को आश्वासन दिया है कि पूरा अवैध निर्माण हटा दिया जाएगा.
40 साल पुरानी है मजार
स्थानीय लोगों का दावा है कि मजार करीब 40 साल पुरानी है. यहां पांच लोगों को दफनाया गया था. उनके ऊपर एक छोटी मजार बनाई गई थी. मजार पुरानी होने के कारण बारिश के दौरान छत टपकने लगी थी. इसी वजह से नया निर्माण कराया जा रहा था. मगर इसकी परमिशन नहीं ली गई थी.
No comments