नशा तस्करी में 13 महीनों में 125 महिलाओं समेत 2880 गिरफ्तार
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प्रदेश में वर्ष 2024 और जनवरी 2025 तक एनडीएसपी के मामलों में 125 महिलाओं समेत 2880 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने प्रदेशभर में नशा तस्करों पर शिकंजा कस दिया है। पुलिस ने एनडीपीएस के 1943 मामले दर्ज किए हैं। एनडीपीएस के इन मामलों में चिट्टे के 947, चरस के 690 और अफिम के 59 मामले दर्ज किए हैं।
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि प्रदेश में चिट्टे और चूरा पोस्त की खेप बाहरी राज्यों से आ रही है, जबकि चरस की खेप हिमाचल से बाहरी राज्यों में पहुंच रही है। वर्ष 2024 में, प्रदेश में एनडीपीएस के 1714 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 371.003 किलोग्राम चरस, 36.256 किलोग्राम अफीम, 11.026 किलोग्राम हेरोइन, 684.58 किलोग्राम पोस्ता भूसा, 33.71 किलोग्राम गांजा, 5.210 ग्राम कोकेन, 35,682 प्रतिबंधित गोलियां, 48 बोतल सिरप और 18991 प्रतिबंधित कैप्सूल जब्त किए गए हैं।
पुलिस ने एनडीपीएस के इन मामलों में 112 महिलाओं, दो विदेशी सहित 2515 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा 31 जनवरी, 2025 तक प्रदेश में 229 मामले दर्ज किए गए हैं जिसमें 36.597 किलोग्राम चरस, 1.610 किलोग्राम अफीम, 1.671 किलोग्राम हेरोइन, 5.181 किलोग्राम पोस्ता भूसा, 2.026 किलोग्राम गांजा, 20 प्रतिबंधित गोलियां, एक बोतल सिरप और 592 प्रतिबंधित कैप्सूल जब्त किए हैं। इन मामलों में 13 महिलाओं सहित 365 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। -एचडीएम
जेल से रिहा अपराधियों पर भी पुलिस की नजर
डीजीपी स्टेट सीआईडी संजीव रंजन ओझा का कहना है कि प्रदेश के पुलिस थानों में एनडीपीएस के मामलों में संलिप्त अपराधियों की निगरानी के लिए एक अलग रजिस्टर भी तैयार किया गया है। जो भी अपराधी जेलों से सजा काटकर बाहर आते हैं उन पर भी निगरानी रखी जाती है। पुलिस ने ड्रग फ्री हिमाचल मोबाइल एप्लिकेशन को लांच किया गया है। इस एप्लिकेशन को राज्य में नशीले पदार्थों की अवैध तस्करी, बिक्री और उपयोग को नियंत्रित करने के लिए तैयार किया गया है।
टोल फ्री नंबर पर दें सूचना
प्रदेश में एक टोल फ्री नशा निवारण हेल्पलाइन नंबर 1908 लांच किया गया है। इस हेल्पलाइन का मुख्य उद्देश्य आम जनता को उनकी पहचान बताए बिना ड्रग ट्रैफिकर्स और पेडलर्स पर जानकारी साझा करने के लिए प्रोत्साहित करना है ।
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