अयोध्या में 22 साल की युवती के बाद अब दलित चौकीदार की हत्या, बेचई को पीट-पीटकर किसने मार डाला?

Ayodhya Dalit chowkidar murder news: अयोध्या में दलित समुदाय से आने वाले एक शख्स से जुड़ा हिंसा का एक मामला सामने आया है. 22 साल की दलित युवती की हत्या के बाद अब जिले के पूराकलंदर थाना क्षेत्र में एक दलित चौकीदार की बेरहमी से हत्या कर दी गई. 60 वर्षीय ध्रुव कुमार उर्फ बेचई को रविवार और सोमवार की दरमियानी रात कुछ अज्ञात लोगों ने लोहे की रॉड और लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला.
क्या है पूरा मामला?
ध्रुव कुमार पूराकलंदर के खैपुर सरियावा गांव के पास एक मैरिज लॉन में प्राइवेट चौकीदार की नौकरी कर रहे थे. बीती रात कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया. गंभीर रूप से घायल बेचई को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने 25 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की. पुलिस और प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की.
पुलिस ने क्या कहा?
अपर पुलिस अधीक्षक मधुबन कुमार सिंह ने बताया कि हत्या के आरोपियों की तलाश जारी है. पूराकलंदर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं, क्षेत्राधिकारी अयोध्या आशुतोष तिवारी ने कहा, "जो भी दोषी होगा, उसे किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा. मामले की गंभीरता को देखते हुए हत्या की धारा जोड़ी गई है. दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है."
राजनीतिक विवाद भी गरमाया
इस घटना के बाद अयोध्या में सियासत भी गर्म हो गई है. समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के राष्ट्रीय सचिव राजा मानसिंह ने कहा कि अगर पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो वे आंदोलन करेंगे. उन्होंने कहा, "बेचई की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. चौकीदारी करके परिवार चला रहे थे, फिर भी उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई."
लगातार हो रही दलित हत्याओं से माहौल तनावपूर्ण
इस हत्या से दो दिन पहले अयोध्या में ही 22 वर्षीय दलित युवती की नृशंस हत्या कर दी गई थी. उसका शव एक नहर में मिला था. इन दो घटनाओं के चलते जिले में तनाव बढ़ गया है. इसके अलावा, मिल्कीपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान होना है. ऐसे में इन हत्याओं का राजनीतिक असर भी देखने को मिल सकता है.
प्रशासन का रुख और आगे की कार्रवाई
परिजनों के प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी होगी. उपजिलाधिकारी सोहावल अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि सड़क जाम हटाने के लिए समझाइश दी गई और मुआवजा मांग पर विचार किया जा रहा है. फिलहाल, पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और हत्या के पीछे की वजह का पता लगाने में जुटी है.
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