सर्वे: 6 महीने के भीतर ही बदल गए सपा-भाजपा के समीकरण! आज चुनाव होने पर सामने आए चौंकाने वाले नतीजे
2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों ने पूरे देश को हैरत में डाल दिया था. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जिसने 400 से अधिक सीटें जीतने का दावा किया था, वह बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच सकी. विपक्ष ने उसे महज 240 सीटों पर रोक दिया था. यह नतीजे पिछले साल 4 जून को घोषित हुए थे. इसके बाद से इंडिया टुडे और C वोटर्स द्वारा आयोजित मूड ऑफ द नेशन सर्वे के दो संस्करण सामने आ चुके हैं. पहला सर्वे अगस्त 2024 में प्रकाशित हुआ था, जबकि दूसरा और नवीनतम सर्वे फरवरी 2025 में जारी किया गया. इन सर्वेक्षणों के जरिए उत्तर प्रदेश की सियासी तस्वीर में आए बदलाव को समझने का मौका मिलता है. आइए जानते हैं कि अगस्त 2024 में समाजवादी पार्टी (सपा) और भाजपा में से कौन आगे था और अब फरवरी 2025 में किसका पलड़ा भारी है.
अगस्त 2024 में क्या थी स्थिति?
अगस्त 2024 में मूड ऑफ द नेशन सर्वे के आंकड़ों ने चौंकाने वाला रुझान दिखाया था. उस समय इंडिया गठबंधन, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से आगे चल रहा था. अगर तब चुनाव होते, तो NDA को 39 सीटें मिलने का अनुमान था, जबकि इंडिया गठबंधन को 40 सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी. NDA के भीतर भाजपा को 35 सीटें, अपना दल (सोनेलाल) को 2 और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) को भी 2 सीटें मिलने का अनुमान था. दूसरी ओर, इंडिया गठबंधन में सपा को 34 और कांग्रेस को 6 सीटें मिलने की बात सामने आई थी. उस समय विपक्ष का प्रदर्शन NDA पर भारी पड़ता दिख रहा था.
फरवरी 2025 में क्या है तस्वीर?
फरवरी 2025 के ताजा मूड ऑफ द नेशन सर्वे के अनुसार, उत्तर प्रदेश में सियासी हवा बदल गई है. अब अगर चुनाव हों, तो NDA गठबंधन इंडिया गठबंधन से आगे निकल सकता है. सर्वे में NDA को 43 से 45 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि इंडिया गठबंधन को 34 से 36 सीटें मिल सकती हैं. इस बार भाजपा अकेले 40 सीटें जीत सकती है, वहीं उसकी सहयोगी पार्टियां अपना दल और रालोद मिलकर 4 सीटें हासिल कर सकती हैं. उधर, इंडिया गठबंधन में सपा को 30 और कांग्रेस को 5 सीटें मिलने की संभावना है. यह बदलाव दर्शाता है कि NDA ने पिछले कुछ महीनों में अपनी स्थिति मजबूत की है, जबकि विपक्ष का प्रभाव थोड़ा कम हुआ है.
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