डेड बॉडी उठाकर पानी में डाल दिया...', महाकुंभ में भगदड़ के बाद सपा सांसद जया बच्चन ने किया नया दावा
समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने महाकुंभ में भगदड़ के बाद नदी में शव फेंके जाने का सनसनीखेज दावा किया है. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद महाकुंभ में जल प्रदूषण का गंभीर खतरा पैदा हो गया है, लेकिन सरकार इस पर कोई ठोस जवाब नहीं दे रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि भगदड़ में मारे गए लोगों के शवों को पानी में डाल दिया गया, जिससे जल प्रदूषित हो गया है, लेकिन सरकार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है.
जया बच्चन ने कहा, "सबसे ज्यादा कंटामिनेटेड वाटर इस वक्त कहां है? कुंभ में है. शवों को पानी में डाल दिया गया, यही पानी लोगों तक पहुंच रहा है, लेकिन इस पर कोई सफाई नहीं दी जा रही."
जया बच्चन ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
सांसद जया बच्चन ने कहा कि सरकार महाकुंभ को लेकर झूठे दावे कर रही है. उन्होंने वीआईपी व्यवस्था पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए, लेकिन आम लोगों के लिए कोई सुविधा नहीं थी. उन्होंने कहा, "जो कमजोर तबके के लोग हैं, उनके लिए कोई इंतजाम नहीं था, जबकि वीआईपी लोग कुंभ में जाते हैं, नहाते हैं और उनके लिए खास सुविधाएं दी जाती हैं."
उन्होंने यह भी कहा कि भगदड़ में फंसे लोगों को दलदल से निकाला गया, लेकिन सरकार इस त्रासदी के सही आंकड़े देने के बजाय "आंखों में धूल झोंकने" का काम कर रही है. उन्होंने मांग की कि सरकार को इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए और सही आंकड़े जनता के सामने रखने चाहिए.
महाकुंभ भगदड़ पर क्या है सरकार का रुख?
आपको बता दें कि 29 जनवरी को महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान प्रयागराज के संगम क्षेत्र में भगदड़ मच गई थी. इसमें 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हो गए थे. इस मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है, जबकि सरकार का कहना है कि इस घटना की न्यायिक जांच शुरू कर दी गई है.
Post Comment
No comments