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बिहार की नाबालिग युवती वाराणसी में फंदे से लटकी मिली, पुलिस ने बताया इसे आत्महत्या पर परिजन ने जो कहा उसे जानिए..

  


Varanasi News: वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र के दुर्गाकुंड इलाके में बीते 1 फरवरी को बिहार के सासाराम की रहने वाली 17 वर्षीय युवती के कथित सुसाइड का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मालूम हो कि युवती वाराणसी में रहकर प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पहले ही युवती की मौत की वजह लटककर बताई जा चुकी है. साथ ही साथ पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हवाले से यह भी स्पष्ट किया है कि मृतका के शरीर पर चोट के निशान नहीं थे. मगर परिजनों की शिकायत पर हॉस्टल संचालक रामेश्वरम पांडेय के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत हो चुका है. 

परिवार का क्या है आरोप?

परिवार वालों का आरोप है कि बीते 1 फरवरी को हॉस्टल मालिक के साथ मिलकर कुछ अपराधी किस्म के लोगों ने उनकी बेटी के साथ गंदा काम किया और फिर उसकी जिंदगी ही उससे छीन ली. परिवार का ये भी आरोप है कि उन्हें झूठी खबर दी गई कि उनकी बेटी ने खुद के साथ ही ये कांड कर लिया. हॉस्टल मालिक पर लड़की के माता पिता ने गंभीर आरोप लगाए हैं.

मामले को लेकर चल रही राजनीति

इस मामले को लेकर वाराणसी से लेकर बिहार तक में राजनीति शुरू हो चुकी है. 11 फरवरी को बिहार के सासाराम के सांसद मनोज कुमार ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर किशोरी की मौत को संदिग्ध बताते हुए संसद में यह मुद्दा उठाने की मांग की है. वाराणसी के सम्बंधित भेलूपुर थाने की पुलिस ने इस मामले में सपा नेता मनोज सिंह काका समेत कुल तीन लोगों पर उन्माद और भ्रम फैलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस के आलाधिकारियों ने बताया कि न केवल अंतिम संस्कार के समय परिजन मौजूद थे बल्कि पंचनामा के वक्त भी सभी ने हस्ताक्षर किए हैं. 

तहरीर में क्या लिख रहा?

मालूम हो कोई इस मामले में पुलिस ने घटना के बाद हुए पोस्टमॉर्टम और आरोपी हॉस्टल संचालक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किए जाने के संदर्भ में प्रेस नोट भी जारी किया था जिसके मुताबिक, "दिनांक एक फरवरी को 2025 को थाना भेलूपुर पुलिस को 17 वर्षीय छात्रा द्वारा दुर्गाकुंड स्थित गर्ल्स हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिए जाने की सूचना प्राप्त हुई. थाना भेलूपुर पुलिस द्वारा मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराया गया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण 'asphyxia due to hanging' बताया गया और डॉक्टर द्वारा मृतिका के शरीर पर कोई भी चोटें नहीं पाई गई. पंचायतनामा की सम्पूर्ण कार्रवाई मृतिका के परिजनों की उपस्थिति में की गई. वादी मुकदमा (मृतका के पिता) की प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना भेलूपुर में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम विवेचनात्मक कार्रवाई की जा रही है.'

पुलिस ने ये बताया

इस बारे में वाराणसी के भेलूपुर एसीपी डॉ. ईशान सोनी ने बताया कि 'न केवल किशोरी के अंतिम संस्कार के समय परिजन मौजूद थे, बल्कि पंचनामा पर भी सभी ने हस्ताक्षर किए थे.' उन्होंने बताया कि परिजनों की शिकायत पर हॉस्टल संचालक के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है और आगे की करवाई भी की जा रही है. इसके अलावा उन्माद और भ्रम फैलाने के आरोप में तीन अलग-अलग लोगों पर भी मुकदमा पंजीकृत कराया गया है. 

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