ईडी की बड़ी कार्रवाई, QFX Fraud में 170 करोड़ जब्त, 30 से अधिक बैंक खातेे सीज
हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, यूपी समेत पांच राज्यों में फोरेक्स टे्रडिंग के नाम पर 500 करोड़ से अधिक की ठगी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापामारी तेज कर दी है। क्यूएफएक्स फ्रॉड मामले में ईडी की टीमों ने आरोपियों के ठिकानों पर छापामारी करके 170 करोड़ जब्त किए हैं। ईडी चंडीगढ़ जोनल कार्यालय की टीम ने दिल्ली, नोल्दा, रोहतक और शामली (यूपी) में विभिन्न स्थानों पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत तलाशी अभियान चलाया है।
यह क्यूएफएक्स ट्रेड लिमिटेड और अन्य के मामले में चल रही जांच का हिस्सा है, जो अपने निदेशकों राजेंद्र सूद, विनीत कुमार और संतोष कुमार और एक मास्टरमाइंड नवाब अली उर्फ लविश चौधरी के माध्यम से विदेशी मुद्रा व्यापार की आड़ में मल्टी-लेवल मार्केटिंग स्कीम (एमएलएम) चला रहे थे। आरोपी राजेंद्र सूद हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के गुम्मा का रहने वाला है। क्यूएफएक्स में हिमाचल प्रदेश की जनता ने करोड़ों रुपए इनवेस्ट किए हैं। ईडी ने हिमाचल पुलिस द्वारा क्यूएफएक्स कंपनी के खिलाफ दर्ज कई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की, जिसने एक फर्जी फोरेक्स ट्रेडिंग स्कीम के जरिए कई निवेशकों को ठगा था।
क्यूएफएक्स कंपनी और उसके निदेशक एक अनियमित जमा योजना चला रहे थे, जिसमें निवेशकों को निवेश पर उच्च रिटर्न का वादा किया गया था। जांच में खुलासा हुआ है कि हिमाचल पुलिस द्वारा मेसर्स क्यूएफएक्स ट्रेड लिमिटेड और उसके निदेशकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद, क्यूएफएक्स योजना का नाम बदलकर वाईएफएक्स (यॉर्कर एफएक्स) कर दिया गया था, जिसमें विदेशी मुद्रा व्यापार की आड़ में उच्च दर पर रिटर्न का लालच देकर निवेशकों को ठगा गया था।
क्यूएफएक्स के अलावा नवाब अली उर्फ लविश चौधरी द्वारा संचालित और नियंत्रित की जाने वाली और भी धोखाधड़ी वाली निवेश योजनाएं जैसे बॉटब्रो, टीएलसी क्वाइन, यॉर्कर एफएक्स को विदेशी मुद्रा व्यापार ऐप/वेबसाइट के रूप में पेश किया जाता है। अधिक ग्राहकों को लुभाने के लिए भारत और दुबई में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि मेसर्स एनपे बॉक्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स कैप्टर मनी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स टाइगर डिजिटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के कई बैंक खातों का इस्तेमाल निवेशकों से धन इक_ा करने के लिए किया जा रहा है।
उपरोक्त कंपनियों के निदेशकों के कार्यालय और परिसरों पर तलाशी ली गई, जिसमें पता चला कि इन फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल क्यूएफएक्स/ वाईएफएक्स योजना के मास्टरमाइंड द्वारा क्यूएफएक्स/ वाईएफएक्स में निवेश के लिए जनता से जमा प्राप्त करने के लिए किया जा रहा था। ईडी ने छापेमारी के दौरान इन फर्जी कंपनियों के 30 से अधिक बैंक खातों में जमा 170 करोड़ रुपए की चल संपत्ति जब्त की है। मामले की जांच में कंपनी के निदेशक अपने धन का स्रोत नहीं बता पाए। क्यूएफएक्स के कुछ एजेंटों के यहां भी तलाशी अभियान चलाया गया। इनमें से एक एजेंट के परिसर से 90 लाख रुपए से अधिक की नकदी जब्त की गई। ईडी ने छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस बरामद किए हैं।
हिमाचलियों से लूटे गए करोड़ों रुपए से दुबई में ऐश
मंडी। हिमाचल में फोरेक्स टे्रडिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी करने के आरोपी दुबई में बैठकर दुबई में ऐश कर रहे हैं। यही नहीं, इस ठगी के मास्टर माइंड नबाब अली उर्फ लविश चौधरी ने तो अबुधावी टी-10 क्रिकेट लीग की एक टीम तक खरीद ली है। इस मामले का सबसे पहले मंडी के बल्ह थाने के तहत खुलासा हुआ था। उस समय क्यूएक्स कंपनी बना कर फोरेक्स टे्रडिंग से 210 करोड़ रुपए की ठगी की बात सामने आई थी, जिससे अधिकतर ठगी हिमाचल के भोलेभाले लोगों से की गई थी, जबकि ईडी द्वारा इस मामले में जांच शुरू करने के बाद ठगी का आंकड़ा 500 करोड़ को पार कर गया है।
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