हापुड़ में 42 वर्षीय मुस्लिम महिला ने दिया 14वीं संतान को जन्म, अस्पताल पहुंचने से पहले एंबुलेंस में हुई डिलीवरी

उत्तर प्रदेश के हापुड़ से एक अनोखी खबर सामने आई है। यहां 42 साल की महिला गुड़िया ने एंबुलेंस में अपनी 14वीं संतान को जन्म दिया है। जी हां, पिलखवा के मोहल्ला बजरंगपुरी निवासी इमामुद्दीन की पत्नी गुड़िया को प्रसव पीड़ा के बाद अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन एंबुलेंस में ही उसने बच्ची को जन्म दिया।
इसके बाद डॉक्टरों ने अस्पताल में सुरक्षित पहुंचाया।
ये खबर पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया है। गुड़िया के बेटे साहिल ने बताया कि अब उनके परिवार में 11 जीवित भाई-बहन हैं, जबकि 3 भाई-बहनों का निधन हो चुका है। जिला अस्पताल की CMS डॉ. हेमलता ने भी पुष्टि की कि यह महिला का 14वां बच्चा था और दोनों मां-बच्चा स्वस्थ हैं।
अस्पताल के गेट पहुंचते ही एंबुलेंस में बच्चे का जन्म
दरअसल, हापुड़ जनपद के पिलखवा की मोहल्ला बजरंगपुरी निवासी इमामुद्दीन की 42 साल की पत्नी गुड़िया को गुरुवार (27 मार्च) की शाम प्रसव पीड़ा हुई, इसके बाद उसे एम्बुलेंस से पिलखवा के सीएचसी अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालात को देखते हुए हापुड़ के जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गुड़िया को लेकर एंबुलेंस जैसे ही जिला अस्पताल के दरवाजे पर पहुंची गुड़िया ने एंबुलेंस मे ही बच्ची को जन्म दे दिया।
डॉक्टर बोले- जच्चा-बच्चा स्वस्थ, अस्पताल से मिली छुट्टी
इसके बाद वहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मचारियों और डॉक्टरों ने गुड़िया को स्ट्रेचर पर एंबुलेंस से उतार कर अस्पताल में उसकी सकुशल डिलीवरी कराई और अगले दिन सुबह ही डिस्चार्ज कर उसे घर भेज दिया। जब गुड़िया के घर जाकर उसका हाल-चाल जाना तो उसके 22 साल के बेटे ने अपनी मां का हाल-चाल बताते हुए बताया की बच्ची पैदा हुई थी जो स्वस्थ है।
उन्होंने बताया कि अब हम 11 जीवित भाई-बहन हो गए हैं जबकि पूर्व में 3 बच्चे एक्सपायर भी हो चुके हैं। अस्पताल के डॉक्टर ने कहा- 'महिला को एंबुलेंस में डिलीवरी के लिए लाया गया था, एंबुलेंस जैसे ही गेट पर पहुंची तो महिला की डिलीवरी एंबुलेंस में ही हो गई इसके बाद हमारे स्वास्थ्य कर्मचारियों ने महिला को स्ट्रेचर पर ले जाकर उसका संपूर्ण डिलीवरी कराई और आज सुबह दोनों जच्चा-बच्चा स्वस्थ थे जिसके बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
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