6 माह की बच्ची को होती थी खुजली, खून-खून हो जाता था चेहरा, डॉक्टर फेल, तब मां ने खोजा चमत्कारी इलाज!

एक मां का दिल तब टूट गया, जब उसकी 6 महीने की मासूम बेटी की त्वचा इतनी खुजली और जलन से भर गई कि उसका शरीर और चेहरा खून-खून हो जाता था. इंग्लैंड के वेस्ट मिडलैंड्स (West Midlands, England) की 34 साल की जेम्मा लीघन (Gemma Leighanne) अपनी बेटी लिविया की हालत देखकर परेशान हो उठीं.
उनकी आंखों के सामने मासूम का चेहरा लाल पड़ गया और खुजलाने से खून की बूंदें टपकने लगीं. डॉक्टरों की स्टेरॉयड क्रीम ने हालत को और बिगाड़ दिया, लेकिन जेम्मा ने हार नहीं मानी और एक प्राकृतिक इलाज ढूंढ निकाला, जिसने महज 2 दिन में चमत्कार कर दिखाया. ये कहानी हर उस मां के लिए उम्मीद की किरण है, जो अपने बच्चे की तकलीफ से जूझ रही है. जेम्मा ने बताया, "लिविया की एक्जिमा तब शुरू हुई, जब वो साढ़े चार महीने की थी. सबसे पहले उसके चेहरे पर लाल चकत्ते उभरे और हालत इतनी खराब हो गई कि देखकर दिल दहल जाता था."
उन्होंने कहा, "उसका चेहरा सबसे ज़्यादा खराब था. खुजली इतनी थी कि वो लगातार नोचती थी और खून बहने लगता था. मैं बेबस थी, अपनी बच्ची की मदद कैसे करूं, कुछ समझ नहीं आ रहा था." डॉक्टरों ने स्टेरॉयड क्रीम दी, लेकिन ये इलाज मुसीबत बन गया. जेम्मा ने बताया, "पहली बार डॉक्टरों को दिखाया, तो उन्होंने दवा के नाम पर कुछ भी नहीं दिया. दूसरी बार दिखाने पर उन्होंने स्टेरॉयड क्रीम दे दी और कहा कि एक्ज़िमा में इन्फेक्शन हो गया है. उस क्रीम को मॉइश्चराइज़र के साथ इस्तेमाल करने को कहा, लेकिन ये और ज्यादा भयावह था." स्टेरॉयड ने मासूम लिविया की त्वचा को सुखा दिया और उसकी मिक्स्ड-रेस स्किन का रंग उड़ा दिया. जेम्मा ने कहा, "उसकी त्वचा का रंग सफेद पड़ने लगा और हालत बद से बदतर हो गई. मैं डर गई थी कि मेरी बच्ची की खूबसूरती हमेशा के लिए छिन जाएगी."
लेकिन जेम्मा ने हार नहीं मानी. एक तरफ वो डॉक्टरों को दिखाती रहीं तो दूसरी ओर उन्होंने इंटरनेट पर इसका जवाब तलाशना शुरू किया. जेम्मा ने कहा, "मैं रात-दिन इंटरनेट पर पर प्राकृतिक इलाज ढूंढती रही. स्टेरॉयड कुछ काम नहीं कर रहा था. मैंने हर मॉइश्चराइजर आज़माया. यहां तक कि अपनी दूसरी बेटी के लिए इस्तेमाल करने वाली क्रीम भी लगाई, लेकिन लिविया के लिए कुछ भी काम नहीं आया. उसकी परेशानी बढ़ती ही जा रही थी." फिर एक दिन उनकी नजर अमेजन पर 'बाल्मंड्स स्किन सैल्वेशन' पर पड़ी, एक 100% प्राकृतिक बाम, जो एक्ज़िमा और सोरायसिस के लक्षणों को ठीक करने का दावा करता था. जेम्मा ने गूगल पर रिव्यूज चेक किए. उन्होंने कहा, "रिव्यूज कम थे, लेकिन जो थे, वो अच्छे थे. आजकल रिव्यूज़ पर भरोसा करना मुश्किल है, पर मेरे पास खोने को कुछ नहीं था. मैंने ऑर्डर कर दिया."
बाम आने पर जेम्मा ने लिविया का चेहरा धोया और हल्की परत लगाई. उन्होंने कहा, "मैंने इसे दिन में कई बार लगाया और सुबह तक बड़ा फर्क दिखा. दूसरे दिन तक एक्ज़िमा और इन्फेक्शन लगभग गायब हो गए थे." जेम्मा हैरान थीं. उन्होंने कहा, "इस ट्यूब में जादू था. मैंने फोटो कोलाज बनाकर परिवार और दोस्तों को दिखाया." फिर उन्होंने फैसला किया कि दूसरों की मदद के लिए ईमानदार रिव्यू लिखेंगी. "मुझे हैरानी हुई कि ये प्रोडक्ट हर दुकान में क्यों नहीं बिकता. हमारे लिए प्राकृतिक तरीका स्टेरॉयड से बेहतर काम कर गया. एक बार लालिमा कंट्रोल हुई, तो त्वचा की जलन संभालना आसान हो गया." बता दें कि जेम्मा की ये जंग और जीत हर मां के लिए प्रेरणा है. स्टेरॉयड की नाकामी के बाद एक साधारण बाम ने उनकी बच्ची को नई ज़िंदगी दी.
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