कौन था अनुज कनौजिया, क्यों आया था जमशेदपुर, भूमिहार भवन में क्या कर रहा था? जानिये क्राइम कुंडली

मुख्तार अंसारी गिरोह के शार्प शूटर अनुज कनौजिया को यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने शहर के गोविंदपुर थाना क्षेत्र केजनता मार्केट स्थित अमलतास सिटी के पास मार गिराया.
मुठभेड़ में 25 राउंड से अधिक गोलियां दोनों ओर से चलीं. एसटीएफ डीएसपी को भी गोली लगी है. इस दौरान अनुज के एक साथी को पुलिस ने दबोच लिया, जबकि 3 भागने में सफल रहे. मौके से पुलिस को 17 कारतूस, 3 जिंदा बम और 2 रिवॉल्वर मिले हैं. अनुज पर दो दिन पहले ही मऊ पुलिस ने 2.5 लाख रुपए की इनामी राशि घोषित किया था. बता दें कि पिछले वर्ष 28 मार्च को मुख्तार अंसारी की मौत के बाद से ही अनुज की तलाश यूपी पुलिस कर रही थी. बताया गया कि दो दिन पहले अनुज के संबंध में यूपी एसटीएफ की गोरखपुर यूनिट को सूचना मिली थी कि वह झारखंड के जमशेदपुर क्षेत्र में छिपा है और यहां किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है. इस सटीक सूचना के बाद यूपी एसटीएफ ने झारखंड पुलिस से संपर्क साधा और झारखंड पुलिस के साथ मिलकर एनकाउंटर में कुख्यात को मार गिराया.
अनुज कनौजिया पर 23 मामले दर्ज- गोविंदपुर में मारा गया यूपी के मऊ का शातिर अपराधी था. माफिया मुख्तार अंसारी का खास गुर्गा था.उसने कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया था. इस पर यूपी में 23 मुकदमे दर्ज थे, जिसमें हत्या, लूट समेत कई संगीन अपराध थे. अनुज पर यूपी के मऊ के अतिरिक्त गाजीपुर में भी कई मामले दर्ज हैं. कोतवाली थाने में सबसे ज्यादा छह मुकदमे, रानीपुर में 5 केस, दक्षिण टोला थाने में 2 और चिरैयाकोट कोतवाली में 3 मामले दर्ज हैं. अनुज पर 3 मुकदमे गाजीपुर जिले के दुल्लहपुर थाने में भी दर्ज हैं. इसके अलावा अन्य थानों में भी मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस के अनुसार, वह मुख्तार अंसारी गैंग के लिए शूटर्स की भर्ती और हत्याओं की साजिश रचने का काम करता था. बीते 28 मार्च को उसकी इनामी राशि को एक लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख कर दिया गया था.
जमशेदपुर के अपराधी गणेश था अनुज के निशाने पर
जमशेदपुर अपराधी गणेश सिंह की हत्या के लिए अनुज कनौजिया शहर में अक्टूबर से रह रहा था.पुलिस सूत्रों के मुताबिक, झामुमो नेता के संरक्षण में उसे गोविंदपुर में मानगो के बिल्डर चिंटू सिंह के भूमिहार सदन के एक कमरे में ठहराया गया था. देवघर के बासुकीनाथ में अमरनाथ सिंह हत्याकांड के मामले में जेल से जमानत पर बाहर निकलने के बाद गणेश सिंह की हत्या के लिए उसने दो बार टारगेट किया था, लेकिन किसी कारण से वह असफल रहा. उसके साथ अन्य चार लोग भी रहते थे, जो उसकी सूचना पर गणेश सिंह की रेकी कर रहे थे. तभी सूचना पर यूपी एसटीएफ पहुंची और उसका एनकाउंटर कर दिया. पुलिस उसके साथ रहने वाली एक महिला की भी तलाश कर रही है. अनुज कनौजिया पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस पहले भी कई प्रयास कर चुकी थी.आजमगढ़ स्थित उसके घर को बुलडोजर से गिरा दिया गया था। इसके अलावा उसके परिवार वालों पर भी गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई और जेल भेज दिया गया.
फिल्मी अंदाज में हुई थी अनुज कनौजिया की शादी
अनुज कनौजिया की शादी भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं थी. रीना राय नाम की लड़की ने एक युवक द्वारा लगातार छेड़छाड़ करने पर अनुज से संपर्क साधा था. मना करने पर भी जब छेड़छाड़ से वह युवक बाज नहीं आया तो अनुज ने उसे गोली मार दी. इसके बाद रीना अनुज को पसंद करने लगी और परिवार की मर्जी के बिना उससे शादी कर ली.बताया जाता है कि जब अनुज जेल में था, तब पुलिस कस्टडी में ही उसकी शादी कराई गई थी. शादी के बाद, रीना ही उसके अवैध धंधों को संभालने लगी. इसके बाद रंगदारी के मामले में पुलिस ने रीना को 2023 में रांची से गिरफ्तार किया था. फिलहाल, वह मऊ जेल में बंद है और उसके साथ उसके दो बच्चे भी हैं.
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