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अब नहीं मरेगा इंसान! वैज्ञानिकों ने खोज निकाला अमर होने का फार्मूला, जानिए कैसे हुए यह 'चमत्कार'

 

अब नहीं मरेगा इंसान! वैज्ञानिकों ने खोज निकाला अमर होने का फार्मूला, जानिए कैसे हुए यह 'चमत्कार'

How To Live Longer: अब आप मरने की टेंशन छोड़ दीजिए क्योंकि वैज्ञानिकों ने हाल ही में 117 साल की एक महिला के डीएनए का अध्ययन किया। इस शोध में पता चला कि उनकी असाधारण लंबी उम्र के पीछे उनके अनोखे जीन और स्वस्थ जीवनशैली की बड़ी भूमिका है।

स्पेन की रहने वाली मारिया ब्रान्यास मोरेरा दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला थीं। उन्होंने प्रथम विश्व युद्ध और स्पेनिश गृहयुद्ध जैसी ऐतिहासिक घटनाओं को अपनी आंखों से देखा था। अगस्त 2024 में 117 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई। उनकी बेटी रोजा मोरेट ने बताया कि उनकी मां कभी गंभीर रूप से बीमार नहीं हुईं और उनकी याददाश्त, सुनने और देखने की क्षमता केवल अंतिम समय में ही कमजोर हुई।

माइक्रोबायोम और डीएनए पर किया शोध शोध

बार्सिलोना विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने मारिया ब्रान्यास मोरेरा के माइक्रोबायोम और डीएनए पर शोध किया। इस शोध में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए। शोधकर्ताओं ने पाया कि उनके शरीर में मौजूद माइक्रोबायोम एक बच्चे के समान था। इसके अलावा उनके जीन भी काफी अलग थे, जिससे उनकी उम्र करीब 17 साल कम हो गई। यानी उनके शरीर की उम्र 117 नहीं बल्कि करीब 100 साल थी। लेकिन हेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से उनकी उम्र 17 साल बढ़ गई।

पता चली लंबे समय तक जिंदा रहने की वजह

मारिया के शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर अच्छा था, ब्लड शुगर का स्तर बेहतरीन था और हेल्दी लाइफस्टाइल थी। वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि यही वजह थी कि वह इतने लंबे समय तक स्वस्थ रहीं। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि मारिया के डीएनए अध्ययन से मिली जानकारी से एंटी-एजिंग दवाओं में बड़ी सफलता मिल सकती है। इसके अलावा यह शोध यह भी बताएगा कि कौन से खाद्य पदार्थ लंबी उम्र में मदद कर सकते हैं।

लंबी उम्र का राज क्या है?

तो चलिए हम आपको मारिया की लंबी उम्र का राज बताते हैं। मारिया के खाने में मुख्य रूप से दही शामिल था। इससे उनके पेट और पाचन तंत्र में अच्छे बैक्टीरिया बने रहते थे। उन्होंने कभी शराब नहीं पी और न ही सिगरेट पीने की आदत डाली। वह बहुत हल्का और पौष्टिक खाना खाती थीं। ज्यादा तेल-मसाले वाला खाना उनकी डाइट में नहीं था। वह हमेशा खुश रहती थीं और छोटी-छोटी चीजों में खुशी ढूंढती थीं। वह परिवार के साथ ज्यादा समय बिताती थीं, जिससे वह मानसिक तनाव से दूर रहती थीं।

मारिया ब्रान्यास मोरेरा की मृत्यु के बाद यह उपाधि जापान की टोमिको इटूका को दी गई। हालांकि, उनकी भी मृत्यु दिसंबर 2024 में हो गई। अब यह रिकॉर्ड ब्राजील की 116 वर्षीय नन कैनाबारो लुकास के नाम दर्ज हो गया है।

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