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सुहागरात पर हर मह‍िला को जरूर पता होनी चाह‍िए ये बातें, वरना Honeymoon Cystitis ब‍िगाड़ देगा मैर‍िड लाइफ..

  

सुहागरात पर हर मह‍िला को जरूर पता होनी चाह‍िए ये बातें, वरना Honeymoon Cystitis ब‍िगाड़ देगा मैर‍िड लाइफ


नई द‍िल्‍ली। जल्द ही शाद‍ियों का सीजन शुरू होने वाला है। कपल्‍स शादी की तैयारि‍यों में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं। शादी के बाद कपल्‍स के ल‍िए सबसे खास माेमेंट जो होता है वो सुहागरात होता है।

कपल्‍स इसे यादगार बनाने की कोश‍िश में लगे होते हैं। हालांक‍ि इस दौरान हाइजीन का पूरा ध्‍यान रखना चाह‍िए। दरअसल नई नवेली दुल्‍हनों को कई बार इंटीमेट हाईजीन से जुड़ी कुछ बातों की जानकारी नहीं होती। जिसकी वजह से वे यूरिन इंफेक्शन का शिकार हो जाती है।

इससे उनका इंटीमेट रिलेशनशिप भी ब‍िगड़ जाता है। यही कारण है क‍ि मह‍िलाओं को हनीमून सिस्टाइटिस के बारे में जरूर जानना चाह‍िए। आज हम आपको अपने इस लेख में बताने जा रहे हैं क‍ि हनीमून सिस्टाइटिस क्‍या है। इससे कैसे बचना चाह‍िए ताक‍ि आप भी इंट‍िमेसी र‍िलेशनश‍िप को सुरक्षि‍त बना सकें। आइए जानते हैं व‍िस्‍तार से-

क्‍या है हनीमून स‍िस्‍टाइट‍िस?

यह एक आम समस्या है जो ज्यादातर नवविवाहित महिलाओं को प्रभावित करता है। यह ज्‍यादातर सेक्‍स के बाद देखा जाता है। इस स्थिति में पेशाब करते समय जलन, बार-बार पेशाब आने की इच्छा और पेट के निचले हिस्से में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अक्सर जानकारी के अभाव में महिलाएं इसे नजरअंदाज कर देती हैं, जिससे परेशानी बढ़ सकती है।

सही हाइजीन, पानी की पर्याप्त मात्रा और कुछ सावधानियां बरत कर इसे रोका जा सकता है। अब आपके मन में यह सवाल आ रहे होंगे क‍ि इसका नाम हनीमून सिस्टाइटिस ही क्‍यों पड़ा? तो आपको बता दें क‍ि शादी के बाद जब पहली बार कपल्‍स के बीच सेक्‍सुअल एक्‍ट‍िव‍िटी होती है तो जानकारी के अभाव में मह‍िलाओं में ये समस्‍या देखने को म‍िलती है। हालांकि यह किसी भी उम्र की महिला को प्रभावित कर सकता है।

सेक्‍स या फ‍िज‍िकल इंट‍िमेसी के दौरान बैक्टीरिया यूरेथ्रा के जर‍िए शरीर में प्रवेश करते हैं जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। हालांक‍ि इसके लक्षण सामान्‍य हो सकते हैं। अगर समय पर इसका इलाज नहीं कराया गया ताे इंफेक्‍शन गुर्दों तक फैल सकता है।

हनीमून सिस्टाइटिस के कारण

  • बार-बार सेक्‍स करने से बैक्टीरिया मूत्र मार्ग तक पहुंच जाते हैं, जिससे इंफेक्‍शन का खतरा बढ़ जाता है।
  • हाईजीन का सही ध्यान न रखने से बैक्टीरिया पनप सकते हैं।
  • पानी की कमी से भी यूरिन के रास्‍ते बैक्टीरिया जल्दी बढ़ सकते हैं।
  • कमजोर इम्यून सिस्टम भी इसके खतरे को बढ़ा सकता है।

क्‍या हैं इसके लक्षण

  • वजाइना के आसपास दर्द होना
  • पेशाब करते समय जलन या दर्द की समस्‍या होना
  • बार-बार पेशाब लगना
  • पेट के निचले हिस्से में दर्द होना
  • पेशाब से बदबू आना
  • हल्का बुखार या ठंड लगना

ऐसे करें बचाव

  • सेक्‍स करने से पहले और बाद में प्राइवेट पार्ट्स की साफ-सफाई करें।
  • रोजाना कम से कम 7-8 गिलास पानी पिएं।
  • पेशाब रोककर न रखें।
  • कॉटन अंडरगारमेंट्स पहनें।
  • बार-बार समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह लें।

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