HP News: पावर कारपोरेशन के निदेशक सस्पेंड, MD हटाए, विमल नेगी की मौत मामले में मचे घमासान के बाद सरकार का फैसला

पावर कारपोरेशन के जीएम इलेक्ट्रिकल विमल नेगी की संदिग्ध मौत के मामले में मचे घमासान के बाद हिमाचल सरकार ने पावर कारपोरेशन के निदेशक इलेक्ट्रिकल देशराज को सस्पेंड कर दिया है, जबकि एमडी हरिकेश मीणा को हटा दिया है। इन दोनों के अलावा डायरेक्टर पर्सनल शिव प्रताप सिंह पर मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
विमल नेगी के परिवार के लोग और पावर कारपोरेशन के कर्मचारी उनको हटाए जाने की मांग कर रहे थे, जिसके चलते उन्होंने विमल नेगी के शव को दफ्तर के बाहर रखकर प्रदर्शन किया, जिससे सरकार पर दवाब बनाया। हालांकि इस मामले में जांच का जिम्मा सरकार ने एसीएस स्तर के अधिकारी को सौंपने का ऐलान विधानसभा में किया था, जहां पर मुख्यमंत्री ने अपनी स्टेटमेंट में कहा कि मामले की गंभीरता से जांच करवाई जाएगी।
सरकार ने विमल नेगी की मृत्यु के मामले में अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। उनको 15 दिनों के भीतर मामले की रिपोर्ट देने को कहा गया है। उधर, शाम तक चले घटनाक्रम से पहले बिजली बोर्ड के ज्वाइंट फ्रंट के नेता सीएम से मुलाकात करने विधानसभा पहुंचे थे। उन्होंने सीएम को पत्र देकर मामले की न्यायिक जांच की मांग रखी। कर्मचारियों ने सीएम के सामने बात रखी और यह माना कि प्रबंधन वर्ग का कथित दवाब है और उन कर्मचारियों से भी काफी ज्यादा काम लिया जाता है। यहां दोपहर बाद मृतक के शरीर को शिमला लाया गया, तो पावर कारपोरेशन के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन चलता रहा।
यहां राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, सचिव ऊर्जा राकेश कंवर, विशेष सचिव अरिंदम चौधरी भी पहुंचे थे। शाम को कार्मिक विभाग ने लोगों की मांग पर पावर कारपोरेशन के एमडी हरिकेश मीणा और निदेशक इलेक्ट्रिकल देशराज को वहां से हटा दिया। इनकी नियुक्ति के अगले आदेश अभी बाद में होंगे। फिलहाल सरकार ने आईएएस अधिकारी राकेश कुमार प्रजापति को पावर कारपोरेशन एमडी का काम संभालने को कहा है।
उनके पास यह अतिरिक्त दायित्व होगा। उनके अलावा निदेशक सिविल सुरेंद्र कुमार को निदेशक इलेक्ट्रिकल के पद की जिम्मेदारी दी है। राकेश प्रजापति अभी निदेशक ऊर्जा हैं, जो अब यहां के एमडी का काम भी देखेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री से मिलने के लिए आए ज्वाइंट फ्रंट के नेताओं लोकेश ठाकुर व हीरा लाल वर्मा ने कहा कि मामले की निष्पक्षता से जांच के लिए जरूरी है कि वहां से प्रबंधन में बैठे अधिकारियों को बदला जाए।
उन्होंने कहा कि जिन परिस्थितियों में विमल नेगी की मौत हुई है, वह पूरी तरह से संदिग्ध हैं। प्रबंधन का दबाव यहां कहीं न कहीं सामने आ रहा है, जिसे लेकर दूसरे कर्मचारी भी कह रहे हैं। विमल नेगी की धर्मपत्नी ने भी इस तरह के आरोप लगाए हैं लिहाजा इनकी पूरी निष्पक्षता के साथ जांच होनी जरूरी है।
ऊर्जा निगम के अफसरों पर एफआईआर
शिमला। हिमाचल प्रदेश पावर कारपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत मामले में शिमला पुलिस ने ऊर्जा निगम के अफसरों पर केस दर्ज कर लिया है, इनमें पावर कारपोरेशन के निदेशक इलेक्ट्रिकल देशराज, एमडी हरिकेश मीणा के अलावा डायरेक्टर पर्सनल शिव प्रताप सिंह का नाम शामिल है।
शिमला पुलिस ने मामले की जांच के लिए पावर कारपोरेशन कार्यालय का रिकार्ड भी सील किया है। शिमला पुलिस ने मृतक के परिजनों की शिकायत पर मामले की जांच शुरू कर दी है। विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी ने मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह
विभाग एवं डीजीपी और शिमला पुलिस को मामले की शिकायत भेजी थी।
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