लखनऊ: मां को अस्पताल में छोड़ फरार हुए थे दोनों बेटे, 45 दिन तक बुजुर्ग ने किया इंतजार, फिर पुलिस ने सबक सिखाया...
Lucknow News: मां-पिता अपने बच्चों को पालते हैं, उन्हें बड़ा करते हैं और उन्हें कामयाब बनाने की हर कोशिश करते हैं. मगर बड़े होने पर वहीं बच्चे अक्सर अपने माता-पिता के लिए दुखों का कारण बन जाते हैं. जिन मां-पिता को बुढ़ापे में अपने बच्चों की सबसे अधिक जरूरत होती है, वहीं बच्चे बुढ़ापे में उनका साथ छोड़ देते हैं. आज कल इस तरह के कई मामला देखने और सुनने को मिल रहे हैं.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां 2 बच्चे अपनी बुजुर्ग मां को आंखों के अस्पताल लेकर गए. यहां उनकी आंखों का ऑपरेशन करवाया. मगर जब बुजुर्ग मां ने अपनी आंख खोली तो उनके दोनों बेटे गायब हो चुके थे. दोनों बेटे अपनी मां को अस्पताल में छोड़ फरार हो गए थे. बुजुर्ग महिला अपने बेटों का 45 दिन तक इंतजार करती रहीं. मगर उनको देखने या लेने उनका कोई भी बेटा नहीं आया. यहां तक की कोई उनसे मिलने भी नहीं आया. फिर इस केस में पुलिस की एंट्री हुई. आगे की कहानी जानने से पहले आप पूरी बात जानिए.
निर्मला देवी को उनके दोनों बेटों ने छोड़ दिया
लखनऊ में 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला निर्मला देवी की आंख का ऑपरेशन करने के बाद उसके दोनों लड़के अस्पताल में छोड़कर फरार हो गए. बुजुर्ग निर्मला देवी पिछले डेढ़ महीने से अपने दोनों बेटों का इंतजार करती रहीं. उन्हें लगता रहा कि आज उनके बेटे उन्हें लेने आ जाएंगे. मगर उन्हें देखने या लेने कोई नहीं आया. जिस समय उन्हें अपने बेटों की सबसे अधिक जरूरत थी, उनका कोई बेटा उनके पास नहीं था.
रोते हुए पहुंचीं पुलिस के पास
बता दें कि जब बुजुर्ग मां की सारी उम्मीद खत्म होती चली गईं और 45 दिन बाद तक उन्हें लेने उनका कोई बेटा नहीं आया तो वह रोते हुए हजरतगंज इंस्पेक्टर विक्रम सिंह के पास पहुंचीं. इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने तत्काल महिला पुलिस कर्मियों के जरिए बुजुर्ग महिला के दोनों बेटों को बुलवाया.
इंस्पेक्टर विक्रम सिंह और महिला पुलिसकर्मियों ने बुजुर्ग के दोनों बेटों को खूब फटकार लगाई. इसके बाद पुलिस ने बुजुर्ग महिला को उनके दोनों बेटों के साथ भेज दिया. इस दौरान इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने दोनों बेटों को हिदायत भी दी कि वह हर 15 दिन में बुजुर्ग महिला का हाल जानने उन्हें अपने साथ थाने लेकर भी आए.
No comments