जूता चुराई रस्म में दूल्हे ने दिए 5 हज़ार तो साली ने कहा 'भिखारी', हो गया बवाल

यह कहानी सुनकर कोई भी हैरान रह जाए। आइए जानते हैं कि आखिर हुआ क्या और यह शादी कैसे जंग में बदल गई।
जूता चुराई से शुरू हुआ बवाल
देहरादून से बिजनौर बारात लेकर आए दूल्हे साबिर के लिए यह शादी यादगार बनने वाली थी, लेकिन गलत वजहों से। शादी की रस्मों के बीच जूता चुराई का खेल शुरू हुआ। दुल्हन की बहन ने जूता छुपाया और इसके बदले 50 हजार रुपये मांगे। साबिर ने 5 हजार रुपये देने की पेशकश की, लेकिन यह रकम दुल्हन पक्ष को कम लगी। बात इतनी बढ़ गई कि दूल्हे को "भिखारी" कहकर ताने मारे गए। बस यहीं से माहौल गरमा गया और खुशियों का मंच रणक्षेत्र में बदल गया।
बंधक और मारपीट का ड्रामा
दूल्हे का कहना है कि "भिखारी" कहे जाने से उसका गुस्सा भड़क गया और उसने विरोध जताया। लेकिन इसके बाद जो हुआ, वह किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था। दुल्हन पक्ष के लोगों ने साबिर को एक कमरे में बंद कर दिया। इतना ही नहीं, उसके पिता और कुछ रिश्तेदारों को भी बंधक बना लिया गया। गुस्से में मारपीट शुरू हो गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए। यह शादी, जो प्यार और एकता का प्रतीक होनी चाहिए थी, एक दुखद झगड़े में बदल गई।
थाने में पहुंची शादी की गूंज
हंगामा इतना बढ़ा कि दूल्हा साबिर को पुलिस थाने की शरण लेनी पड़ी। वह अपने घायल रिश्तेदारों के साथ थाने पहुंचा और दुल्हन पक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उसका आरोप है कि जूता चुराई की रस्म को लेकर शुरू हुआ विवाद जानबूझकर बढ़ाया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है। लोग हैरान हैं कि एक छोटी सी रस्म कैसे इतना बड़ा तमाशा बन गई।
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