वृंदावन में कमरा बुक करने से पहले जरूर पढ़ें ये खबर, शॉकिंग सच आया है सामने

संवाद सहयोगी, वृंदावन। इस्कान मंदिर के गेस्टहाउस की फर्जी वेबसाइट बनाकर कमरे बुक कराने के नाम पर चंडीगढ़ के श्रद्धालुओं से ठगी का मामला सामने आया है। आनलाइन रकम चली जाने के बाद श्रद्धालु कमरा और वह शख्स के नाम मिलने पर कोतवाली शिकायत दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने भी उनकी अनसुनी कर दी।
चंडीगढ़ के जिरकपुर के धलूली किसान पाड़ा निवासी आकाश दीप ने 24 अप्रैल को वृंदावन एक दिन ठहरने के लिए गूगल पर सर्च कर इस्कान मंदिर गेस्टहाउस के नाम से वेबसाइट पर एक कमरा 25 अप्रैल के लिए बुक किया। इसका आनलाइन क्यूआर कोड के जरिए 2200 रुपये का भुगतान कर दिया।
वाट्सएप पर किया था संपर्क
साइबर ठग ने वाट्सएप पर श्रद्धालु से संपर्क कर पुनः कमरे के किराये का भुगतान करने को कहा और विश्वास दिलाया कि आपके अतिरिक्त रकम वापस कर दी जाएगी। इस विश्वास पर इस्कान गेस्टहाउस की फर्जी बैंक अकाउंट नंबर से दूसरी बार 2200 रुपये का आनलाइन भुगतान कर दिया।
इसके बाद दान के नाम पर 25 हजार रुपये भुगतान करने की बात कहीं तो श्रद्धालुओं ने दान नहीं किया। दूसरे दिन चंडीगढ़ से श्रद्धालु आकाश दीप पत्नी पारूल शर्मा और बेटी के साथ वृंदावन आए तो इस्कान मंदिर के गेस्टहाउस पर पहुंचे। यहां कोई कमरा बुक न होने की बात कही गई। इस्कान के पीआरओ से परिवार मिला तो बताया कि यह फर्जी वेबसाइट है। इस्कान और उसके गेस्टहाउस से इसका कोई संबंध नहीं है।
कोतवाली प्रभारी प्रशांत कपिल का कहना है कि श्रद्धालु के साथ ठगी का मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। ऐसा मामला आएगा तो वह मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करेंगे।
इस्कान के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं से ठगी की शिकायत वह तीन माह पहले पुलिस अधिकारियों से कर चुके हैं, लेकिन तीन माह में किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है। कई बार शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई न होने पर निराशा ही हाथ लगी। - रविलोचन, पीआरओ, इस्कान वृंदावन
No comments