वक्फ कानून का समर्थन कर रहे थे भाजपा नेता असकर अली, भीड़ ने घर में लगा दी आग

अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना थौबल जिले के लिलोंग में हुई। अली ने शनिवार को सोशल मीडिया पर इस कानून के प्रति अपना समर्थन जताया था।
अधिकारियों ने बताया कि रात करीब नौ बजे गुस्साई भीड़ उनके आवास के बाहर एकत्र हुई, तोड़फोड़ की और बाद में घर को आग लगा दी। इस घटना के बाद अली ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने अपने पिछले बयान के लिए माफी मांगी। उन्होंने इस कानून के प्रति विरोध भी जताया।
इससे पहले दिन में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ इंफाल घाटी के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए। पांच हजार से अधिक लोगों ने एक रैली में भाग लिया, जिससे लिलोंग में राष्ट्रीय राजमार्ग-102 पर यातायात बाधित हो गया।
राष्ट्रपति ने दी मंजूरी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वक्फ (संशोधन) विधेयक-2025 को शनिवार को अपनी मंजूरी दे दी जिसे इसी सप्ताह संसद ने पारित किया था। मुर्मू ने मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक-2025 को भी अपनी मंजूरी दे दी। इसके कारण स्वतंत्रता पूर्व का मुसलमान वक्फ अधिनियम अब निरस्त हो गया है।
राज्यसभा ने वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता बढ़ाने सहित कई महत्वपूर्ण प्रावधानों वाले वक्फ संशोधन विधेयक, 2025 को लंबी चर्चा के बाद 95 के मुकाबले 128 मतों से मंजूरी दे दी थी। इसे गुरुवार को लोकसभा में पारित कर दिया गया, जिसमें 288 सदस्यों ने इसका समर्थन किया तथा 232 सदस्यों ने इसका विरोध किया।
संसद ने मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक को भी मंजूरी दे दी है, जिसे राज्यसभा ने भी मंजूरी दे दी है। लोकसभा ने पहले ही विधेयक को अपनी मंजूरी दे दी है। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद यह कानून भी बन गया है।
Copyright 2024 All Rights Reseved by Himachal Fast News
No comments