'शुक्रिया पाकिस्तान' कहने वाले मुस्लिम युवक का बिहार से कनेक्शन; पूरा नेटवर्क खंगाल रही पुलिस

दरभंगा। पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत पर सोशल मीडिया पर "शुक्रिया पाकिस्तान, शुक्रिया लश्कर-ए-तैयबा। अल्लाह की तुम लोगों पर हमेशा रहमत बरसे। आमीन, आमीन" आदि लिखने वाले गिरफ्तार मो.
कासिम उर्फ नौशाद के नेटवर्क को खंगालने के लिए झारखंड की पुलिस दरभंगा पहुंची है।
बता दें कि उसकी गिरफ्तारी झारखंड के बोकारो के बालीडीह थानाक्षेत्र के मिल्लतनगर से हुई है, लेकिन पूछताछ के बाद वह दरभंगा जिले के सिमरी थानाक्षेत्र स्थित शोभन गांव का मूल निवासी पाया गया। उसके पास से बरामद पासपोर्ट में भी जन्म स्थान को पैतृक घर बताया गया है। इस आधार पर ही झारखंड पुलिस दरभंगा पहुंचकर उसके नेटवर्क को खंगालने में जुटी है।
सेल में नौकरी करता है नौशाद
हालांकि, स्थानीय लोगों ने उसके संबंध में कुछ भी बताने से परहेज किया। उसका घर भी जीर्णशीर्ण अवस्था में पाया गया। लोगों ने बताया कि वह कभी-कभार गांव में आता है। उसके पिता बोकारो बीएसएल से रिटायर्ड कर्मी हैं। वह पिता के साथ बोकारो में ही रहता है और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) में नौकरी करता है।
चार सितंबर 1994 में जन्म लेने वाले नौशाद के पासपोर्ट की वैधता 31 जनवरी 2014 से 30 दिसंबर 2024 तक का पाई गई है। जांच-पड़ताल के बाद टीम लौट गई।
नौशाद के सोशल मीडिया फ्रेंड्स की कुंडली खंगाल रही पुलिस
वहीं, पुलिस सूत्रों का कहना है कि टीम दरभंगा में फिलहाल कैंप कर नौशाद के सोशल मीडिया फ्रेंड्स के कुंडली को खंगालने में जुटी है। नौशाद ने बोकारो के मिल्लतनगर मस्जिद में आठ वर्ष की आयु तक तालीम ली। इसके बाद चांदपुरा मदरसा से प्राथमिकी शिक्षा और धनबाद के पाथरडीह से इंटर करने के बाद उत्तरप्रदेश के सहारनपुर स्थित दारूल उलूम देवबंद वक्फ से हाफिज आलिम की पढ़ाई की।
वह स्वयं को इस्लामिक वकील और विशेष डेटा विशेषज्ञ बताता है। पूछताछ में यह भी स्पष्ट हुआ है कि नौशाद आए दिन हिंदू-मुस्लिम सौहार्द बिगाड़ने वाली पोस्ट करता था। वह कई बार देवी-देवताओं के बारे में आपत्तिजनक बातें लिख चुका है। उसने रामनवमी पर भी हिंसा भड़काई थी और पीएम मोदी के बारे में भी आपत्तिजनक बातें लिखी थी।
झारखंड के एक पुलिस पदाधिकारी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि एटीएस की टीम फिलहाल उससे रांची में पूछताछ करने में जुटी है। दरभंगा से उसका क्या और कैसा रिश्ता है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
क्या आतंकी तहसीन अख्तर से है नौशाद का कनेक्शन?
पुलिस सूत्रों की मानें तो पटना के गांधी मैदान में पीएम मोदी की जनसभा के दौरान जो सीरियल ब्लास्ट हुआ था उसमें सजायाफ्ता आतंकी तहसीन अख्तर उर्फ मोनू से नौशाद के तार को जोड़कर पूरे नेटवर्क को खंगाला जा रहा है।
समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर थानाक्षेत्र के मनियारपुर निवासी तहसीन दरभंगा में रहकर पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रहा था, लेकिन यहां रहकर वह इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) के सह संस्थापक अहमद सिद्दीबप्पा जरार उर्फ यासीन भटकल से मिलकर देश के खिलाफ साजिश रच रहा था।
खंगाला जा रहा नौशाद का पूरा नेटवर्क
दरभंगा के अलावा उसका ठिकाना बोकारो पाया गया था। ऐसे में नौशाद की गिरफ्तारी बोकारो से होने और उसका घर दरभंगा होने से एटीएस दोनों को जोड़कर अनुसंधान कर रही है। दोनों के तार एक-दूसरे से जुड़े तो नहीं है, इसे लेकर नौशाद के पूरे नेटवर्क को खंगाला जा रहा है।
बता दें कि नौशाद दुबई में रहने वाले अपने भाई के नाम से सिम लेकर इंटरनेट मीडिया एक्स, इंस्टाग्राम और फेसबुक चलाता है।
नौशाद ने एक्स हैंडल पर आगे लिखा है कि अगर आरएसएस, बीजेपी, बजरंग दल और मीडिया को निशाना बनाया जाए तो हमें ज्यादा खुशी होगी। इसके साथ पोस्ट में तीन स्माइली इमोजी लगाकर अपनी खुशी जाहिर की है।
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